जिलाधिकारी जगतराज त्रिपाठी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने मृतकों के आश्रित को दो दो लाख रुपये और घायलों के परिजनों को पचास पचास हजार रुपये देने की घोषणा की है। स्योहारा शुगर मिल के डिस्टलरी प्लांट में अंडरग्राउंड टैंक बनाने के लिए सीमेंट कंक्रीट से बेसमेंट बनाया जा रहा था। 30 मीटर चौड़े और 50 मीटर लंबे गड्ढे में ही 12 फीट ऊंची दीवार खड़ी थी। करीब 24 मजदूर गड्ढे में बेसमेंट बनाने के काम में लगे थे।
सोमवार रात करीब आठ बजे गड्ढे में खड़ी दीवार भरभराकर गिर गई और कई मजदूर मलबे के नीचे दब गए। दीवार गिरते ही बाकी मजदूरों ने शोर मचा दिया। डिस्टलरी के कर्मचारी, पुलिस व आसपास के लोग तुरंत मौके पर पहुंच गए। इन लोगों ने मजदूरों को निकालने का काम शुरू कर दिया। कई मजदूरों को घायलावस्था में बाहर निकाला और मुरादाबाद भेजवाया। चार मजदूरों को मुरादाबाद के कास्मास अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। जिलाधिकारी जगतराज त्रिपाठी ने श्रमिक ओमप्रकाश, रामौतार सिंह, संजीव और मुनेश के मरने की पुष्टि की है। इसके अलावा छोटे को साई अस्पताल में ब्राट डेड लाया गया।
साईं अस्पताल में ही राजू पुत्र सोनार का इलाज चल रहा है। कास्मास अस्पताल में संजय पुत्र नरेंद्र (मुकरपुरी थाना स्योहारा) और बबलू पुत्र छुट्टी सिंह भूतपुरी थाना अफजलगढ़ का इलाज चल रहा है। इनकी स्थिति गंभीर बताई गई है। ठेकेदार सुरेंद्र सिंह के मुताबिक बबलू, राहुल और प्रमोद को गंभीर अवस्था में मुरादाबाद रेफर किया गया है। छह घायलों को सीएचसी में भर्ती कराया गया है। सभी मजदूर आसपास के गांवों के हैं।