प्रमुख घटनाएँ और आरोप
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पेपर लीक के आरोप:
- प्रारंभिक रिपोर्ट्स में कहा गया कि NEET परीक्षा का पेपर लीक हो गया था। हालांकि ये रिपोर्ट्स तुरंत पुष्टि नहीं हुईं, लेकिन इसने परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल उठाए।
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ग्रेस मार्क्स विवाद:
- राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) ने 1563 उम्मीदवारों को ग्रेस मार्क्स दिए, जिससे कथित अनियमितताओं के कारण नुकसान की भरपाई की जा सके। इस फैसले की आलोचना की गई और सार्वजनिक रोष उत्पन्न हुआ।
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परिणामों में गड़बड़ी:
- जब 67 उम्मीदवारों ने 100% अंक प्राप्त किए और इनमें से छह उम्मीदवार एक ही परीक्षा केंद्र से थे, तो संदेह बढ़ गया। इस असामान्य पैटर्न ने संभावित हेरफेर या पक्षपात के आरोप लगाए।
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राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ:
- कई राजनीतिक नेताओं, जिनमें कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और वरिष्ठ नेता जयराम रमेश और प्रियंका गांधी शामिल थे, ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की। उन्होंने सरकार पर परीक्षा की निष्पक्षता सुनिश्चित करने में विफल रहने का आरोप लगाया और प्रभावित छात्रों के लिए न्याय की मांग की।
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पुनः परीक्षा:
- विवाद के जवाब में, NTA ने 1563 प्रभावित उम्मीदवारों के लिए 23 जून 2024 को पुनः परीक्षा की घोषणा की।
विस्तृत विवरण
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पेपर लीक:
- प्रारंभिक रिपोर्टों में कहा गया कि NEET परीक्षा का पेपर निर्धारित परीक्षा तिथि 5 मई 2024 से पहले लीक हो गया था। ये रिपोर्ट्स व्यापक रूप से पुष्टि नहीं हुईं, लेकिन इससे प्रक्रिया पर अविश्वास बढ़ा।
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ग्रेस मार्क्स मुद्दा:
- 13 जून 2024 को, NTA ने घोषणा की कि कुछ उम्मीदवारों को परीक्षा के दौरान खोए हुए समय की भरपाई के लिए ग्रेस मार्क्स दिए गए। इस कदम की आलोचना की गई क्योंकि इससे इन उम्मीदवारों को अनुचित लाभ मिलने का आरोप लगा।
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संदिग्ध परिणाम:
- 4 जून 2024 को परिणामों की जल्दी घोषणा (निर्धारित 14 जून की बजाय) और एक ही केंद्र से 100% अंक प्राप्त करने वाले 67 उम्मीदवारों की उच्च संख्या ने अलार्म बजा दिए। इस पैटर्न ने संभावित हेरफेर के संदेह पैदा किए, जिससे जांच की मांग हुई।
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राजनीतिक प्रतिक्रिया:
- नेताओं जैसे मल्लिकार्जुन खड़गे और जयराम रमेश ने सार्वजनिक रूप से इन अनियमितताओं की निंदा की और छात्रों के भविष्य के साथ सीधा खिलवाड़ बताया। उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय की देखरेख में उच्च स्तरीय जांच की मांग की।
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छात्रों पर प्रभाव:
- आरोपों और बाद की कार्रवाइयों, जिनमें पुनः परीक्षा शामिल है, ने छात्रों को काफी प्रभावित किया। कई छात्रों ने अपनी निराशा और प्रणाली पर अविश्वास व्यक्त किया, जिसमें कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार छात्रों में गंभीर भावनात्मक तनाव और आत्महत्या के मामले भी शामिल हैं।
वर्तमान स्थिति
वर्तमान में, NTA ने प्रभावित उम्मीदवारों के लिए 23 जून 2024 को पुनः परीक्षा आयोजित की है। परिणाम और आगे की जांच का इंतजार है ताकि घोटाले की पूरी सीमा का पता चल सके और उचित सुधारात्मक कार्रवाई की जा सके।
आगे के अपडेट्स के लिए, आप Careers360 और The News Minute जैसी विश्वसनीय स्रोतों का अनुसरण कर सकते हैं जो इस मुद्दे पर सक्रिय रूप से रिपोर्ट कर रहे हैं【6†source】【7†source】। (The News Minute) (Careers360)