कुत्तों के हमले में घायल करीब 50 लोग रोजाना मेडिकल अस्पताल में एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगवाने पहुंच रहे हैं।
मेडिकल अस्पताल के चिकित्सकों का कहना है कि मार्च माह तक हर सप्ताह करीब 300 लोग कुत्तों के हमले में घायल एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगवाने पहुंचते थे। मगर, मई माह से यह संख्या बढ़कर दोगुनी हो गई है। इस समय करीब 600 मरीज तक हर सप्ताह मेडिकल अस्पताल आ रहे हैं। क्योंकि अभी तक तापमान में 40 डिग्री के पार चल रहा है।
मेडिकल अस्पताल के चिकित्सक डॉ. प्रेमप्रकाश ने बताया कि रोजाना 50 से ज्यादा लोग कुत्तों के हमले में घायल अस्पताल पहुंच रहे हैं। मेडिकल अस्पताल में सिर्फ आसपास के लोग इंजेक्शन लगवाने आते हैं। अब सीएचसी, पीएचसी पर भी एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगता है। इससे ज्यादातर लोग वहीं इंजेक्शन लगवा लेते हैं।
मेडिकल अस्पताल में 800 वाॅयल उपलब्ध
औषधि भंडारण अधिकारी अशोक भंडारी ने बताया कि मेडिकल अस्पताल में इस समय एंटी रेबीज इंजेक्शन की 800 वॉयल उपलब्ध है। रोजाना करीब 30 वॉयल खर्च हो रही हैं। एक वॉयल से चार मरीजों को इंजेक्शन लग सकता है।
केस नंबर एक
बिजनौर की आवास विकास कॉलोनी में 22 मई को कुत्तों ने करीब 12 बच्चों को हमला कर घायल कर दिया था। हमले में घायल बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। साथ ही एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाया गया था।
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केस नंबर दो
मंडावर क्षेत्र के गांव नंगला महेश्वरी में 19 फरवरी को जंगल जाते समय तीन बालिकाओं पर आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया था। हमले में घायल छह वर्षीय सोनी की मौत हो गई थी, जबकि दो बच्चियां गंभीर रूप से घायल हुई थी।
कस्बे में आवारा कुत्तों का आंतक
किरतपुर में आवारा कुत्तों का पूरे कस्बे में आतंक हैं। मोहल्ला इस्लाम नगर में तीन माह पहले कुत्तों के झुंड ने शमशाद की मासूम बेटी व अफसार की मासूम बेटी को शिकार बनाया था। दोनों बच्चियों का इलाज चला, तब कहीं जाकर दोनों बच्चियां बच सकीं। मोहल्ला अफगानान निवासी खुर्शीद राईन को भी कुत्ते काटकर घायल कर दिया था। इस्लाम नगर में ही कुत्तों के झुंड ने फाहद खां की बकरी को नोच डाला था।
कुछ साल से लगातार बढ़ रही आवारा कुत्तों की संख्या: डॉ. नौशाद
युवा समाज सेवी एवं चिकित्सक डाॅ. नौशाद ने कहा कि पिछले काफी सालों से शहरी क्षेत्र में आवारा कुत्तों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। उन्होंने पालिका के ईओ से खूंखार कुत्तों को तुरंत पकड़वाकर शहर से दूर छोड़ने की मांग की है।
आवारा कुत्तों को तुरंत पकड़वाना चाहिए: फाहद खान
आसपा नेता फाहद खान ने कहा कि कस्बे में झुंड बनाकर घूम रहे आवारा कुत्तों को बिना देरी तुरंत पकड़ना चाहिए। आवारा कुत्तों ने एक बच्ची की जान ले ली। नगर पालिका ने कुत्तों को पकड़ने का इंतजाम पहले किया होता तो शायद यह दुखद घटना ना होती।
नगरपालिका को समझनी चाहिए घटना की गंभीरता : शेख फैसल
रालोद नेता शेख फैसल ने कहा कि नगर पालिका को घटना की गंभीरता समझनी चाहिए। नगर पालिका क्षेत्र में घटित घटना की नैतिकता के आधार पर नगर पालिका को जिम्मेदारी लेनी चाहिए। आवारा कुत्तों से लोगों और उनके मासूम बच्चों की जान हर समय खतरे में है।
मेडिकल अस्पताल में एंटी रेबीज की वॉयल पर्याप्त मात्रा में है। कुत्तों के हमले में घायल मरीजों को रोजाना एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाया जा रहा है। - डॉ. मनोज सेन, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, बिजनौर
तापमान बढ़ने से कुत्तों के व्यवहार में परिवर्तन आया है। पानी और भोजन की तलाश में कुत्ते चिड़चिड़े हो रहे हैं। इससे कुत्ते हिंसक होकर लोगों पर हमला कर कर रहे हैं। गर्मी के मौसम में कुत्तों से बचकर रहें। डॉ. प्रेम कोहली, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी