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सीमा विस्तार ने बिजनौर नगर पालिका के चुनावी समीकरण बदल दिए
बिजनौर। नगर पालिका की सीमा विस्तार के बाद यह पहला चुनाव हो रहा है। दरअसल, 13 गांव अब नगर पालिका में शामिल कर दिए गए हैं। इसके पालिका के समीकरण काफी बदल गए हैं।
बिजनौर कोर्ट में गोलीबारी, एक की मौत
बिजनौर में सीजेएम अदालत में पेशी पर आए हत्या के आरोपी दो बदमाशों पर कोर्ट में शार्प शूटरों ने हमला कर दिया। इसमें मुख्य आरोपी शाहनवाज की मौत हो गई, जबकि दूसरा आरोपी फरार हो गया है। हमले में दो पुलिसकर्मियों को भी गोली लगी है।
तो इसलिए हुई थी हाजी एहसान और उनके भान्जे की हत्या
नजीबाबाद के बसपा नेता हाजी अहसान व उनके भांजे शादाब की हत्या शाहनवाज ने नजीबाबाद का डॉन बनने के साथ विधायक बनने की चाहत में कराई थी।
रूचि वीरा बसपा से निष्कासित
पूर्व विधायक व आंवला सीट से बसपा के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ी रूचि वीरा को बसपा ने अनुशासनहीनता व पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण निष्कासित कर दिया है। रूचि वीरा बसपा में ही अपनी राजनीति का नया घर तलाश रही थीं।
नजीबाबाद दोहरे हत्याकांड में पुलिस का खुलासा
पुलिस ने नजीबाबाद में हुए बसपा नेता हाजी अहसान व उसके भांजे शादाब की हत्या का खुलासा कर दिया है। संपत्ति के विवाद व डॉन बनने की चाहत में शाहनवाज ने दोनों की हत्या कराई थी।
हाजी मो. अहसान और उनके भांजे शादाब को सुपुर्द ए खाक
बसपा नेता और उनके भांजे को कड़ी सुरक्षा के बीच सुपुर्द ए खाक किया गया। बसपा नेता के जनाजे में सांसद, विधायक, पूर्व विधायक सहित जनपद के कई जनप्रतिनिधि शामिल हुए।
नजीबाबाद में BSP नेता और उनके भांजे की हत्या
नजीबाबाद: हत्यारे मिठाई के डिब्बे में मौत का सामान लाए थे। वह एहसान को बसपा नवनिर्वाचित सांसद की जीत की खुशी में मिठाई के दो डिब्बे देने की बात कहकर दफ्तर में आए। उन डिब्बों में मिठाई नहीं मौत बांटने वाली पिस्टल थी।
बिजनौर लोकसभा सीट से ये हैं कांग्रेस उम्मीदवार
बिजनौर में कांग्रेस ने बिजनौर लोकसभा सीट पर पूर्व उपमुख्यमंत्री स्व. नारायण सिंह की बेटी इंदिरा भाटी को चुनाव मैदान में उतारा है।
सपा के पूर्व सांसद यशवीर सिंह धोबी ने थामा भाजपा का दामन
नगीना सुरक्षित सीट से पहली बार सपा का परचम लहराने वाले पूर्व सांसद यशवीर सिंह धोबी ने भाजपा का दामन थाम लिया है। लखनऊ में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय के सामने उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
राजनीति के शिकार, बेचारी गाय और किसान
सियासत के दो पाटों के बीच गाय पिस रही है। गोरक्षा, गोकशी और भीड़ हिंसा के मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में तलवारें खिंची रहीं। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के सख्त तेवर देख सरकारी अमला गोवंशीय पशुओं के पीछे दौड़ रहा है।