जो बाद में कई किलोमीटर पैदल चल चंदक पहुंचे। रेलवे अधिकारी आग की घटना से इन्कार करते रहे। सहरसा -अमृतसर एक्सप्रेस जैसे ही चंदक -मौज्जमपुर रेलवे स्टेशन के बीच मालन नदी के पुल के पास पहुंची तभी ट्रेन का एक डिब्बा धुएं से भर गया। यात्रियों ने आनन-फानन में चेन पु¨लग की। ट्रेन के रुकने पर यात्रियों में नीचे उतरने की भगदड़ मच गई। यात्रियों ने अपने पास से पानी की बोतलों से पानी डालकर पहियों के पास उठ रही चिंगारियों को बुझाया। इस दौरान कुछ देर तक ट्रेन रुकी रही। यात्रियों ने बताया कि कुछ देर बाद ड्राइवर ने अचानक ट्रेन चला दी। इससे काफी संख्या में यात्री नीचे ही छूट गए। महिलाएं, पुरुष व बच्चे करीब छ: किलोमीटर पैदल सफर कर चंदक रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। स्टेशन पर पहुंचने पर पता चला कि करीब 20 मिनट तक ट्रेन को चंदक रेलवे स्टेशन पर खड़ी कर जांच के बाद आगे के लिए रवाना कर दिया गया। रामपुर से अंबाला जाने वाले गंगा देवी, राजीव कुमार, सुमन देवी, सुनील कुमार, रामपुर के मेगा नंगला निवासी कदीम आदि काफी देर तक परेशान रहे। महिलाओं और बच्चों को भी खासी परेशानी का सामाना करना पड़ा। यात्रियों ने बताया की डिब्बे में धुआं होने से मची भगदड़ में उनके मोबाइल और सामान गुम हो गया है। चंदक स्टेशन मास्टर का कहना है कि ओएचई के कार्य के कारण गाड़ी को कुछ देर के लिए स्थानीय स्टेशन पर रोका गया था। उन्हें आग की घटना की कोई जानकारी नहीं है।
बिजनौर : सहरसा से अमृतसर जा रही जनसेवा एक्सप्रेस के पहियों में अचानक चिंगारी उठने से अफरातफरी मच गई। एक कोच में धुआं भर गया। चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकी तो बहुत सारे यात्री कोच से कूद गए। काफी देर तक ट्रेन खड़ी रही। फिर एकाएक ट्रेन रवाना होने से कई यात्री छूट गए।
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- Source: Jagran