मालगाड़ी के पहियों को पटरी पर लाने के लिए मुरादाबाद से बुलाई गई रिलीफ ट्रेन के एक डिब्बे के चार पहिये भी डिरेल हो गए। इससे हरिद्वार - नजीबाबाद - नगीना - मुरादाबाद रूट पर करीब साढ़े सात घंटे तक रेल यातायात ठप रहा। हालांकि रेलवे के अधिकारियों ने मालगाड़ी व रिलीफ ट्रेन के एक - एक डिब्बे के दो -दो पहिये पटरी से उतर जाने की पुष्टि की है।
शनिवार की सुबह करीब पौने सात बजे मठेरी फाटक के गेट नंबर 473 के गेटमैन नाजिम ने स्टेशन मास्टर नगीना राजीव तायल को सूचना दी कि डाउन लाइन पर जा रही मालगाड़ी के पहिये बबलिंग कर रहे हैं। स्टेशन मास्टर ने टेक्निकल स्टॉफ को अलर्ट किया, लेकिन तब तक मालगाड़ी नगीना रेलवे स्टेशन पार करके कालाखेड़ी फाटक से मालगोदाम तक पहुंच चुकी थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मालगाड़ी के दो डिब्बो के दस पहिये डिरेल हो चुके थे। उधर, मठेरी के आसपास के ग्रामीणों का कहना है कि मालगाड़ी खंभा नंबर 1479/18 से अनियंत्रित हुई, इस कारण कई किलोमीटर का रेल ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया। पटरियां भी ब्रेक हो गई। उधर, मौके पर मौजूद रेलवे कर्मचारियों ने केवल एक डिब्बे के दो पहिये पटरी से उतर जाने की पुष्टि की। जबकि मौके पर दो डिब्बो के 10 पहिये क्षतिग्रस्त नजर आए।
रिलीफ ट्रेन शंटिंग के दौरान हो गई डिरेल
नगीना। दुर्घटना की सूचना मिलते ही रेल मंडल मुरादाबाद से रिलीफ ट्रेन को नगीना रवाना कर दिया गया। सुबह सवा नौ बजे रिलीफ ट्रेन नगीना पहुंची। मालगाड़ी के क्षतिग्रस्त पहियों की मरम्मत कर ट्रैक पर चढ़ाया, लेकिन शंटिंग के दौरान रिलीफ ट्रेन के चार पहिये भी डिरेल हो गए। इससे अफरातफरी मच गई। मुरादाबाद से आया टेक्निकल स्टॉफ से जब मीड़िया कर्मियों ने दुर्घटना का कारण पूछा, तो वह जवाब देने से बचते रहे।
साढ़े सात घंटे ठप रहा रेल यातायात
नगीना। डाउन लाइन पर दुर्घटना के कारण रेलमार्ग पर अप व डाउन दिशा का रेल यातायात करीब साढे़ सात घंटे ठप रहा। मुरादाबाद व सहारनपुर-हरिद्वार-देहरादून जाने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। नगीना रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर राजीव तायल ने बताया कि मरम्मत के बाद रेल ट्रैक को सुचारु कर दिया गया है। अप दिशा में 54463 पैसेंजर ट्रेन दोपहर सवा दो बजे पास की गई, जबकि डाउन लाइन पर पहली मालगाड़ी 3:20 बजे पास की गई।
दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू
नगीना। डीआरएम मुरादाबाद तरुण प्रकाश ने मोबाइल फोन पर हुई वार्ता में बताया कि डाउन ट्रैक पर जा रही मालगाड़ी के 19 वें वैगन के दो पहिये तथा राहत ट्रेन के भी एक डिब्बे के दो पहिये पटरी से उतरे थे। रेल प्रशासन की पहली प्राथमिकता क्षतिग्रस्त ट्रैक को ठीक कर यातायात बहाल करने की थी। रेल यातायात बहाल कर दिया गया है। दुर्घटना के कारणों की जांच कराई जा रही है। यदि किसी की लापरवाही सामने आएगी तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
टल गया बड़ा हादसा
नगीना। मठेरी फाटक के गेटमैन ने मालगाड़ी के पहियों के बबलिंग करने की सूचना स्टेशन मास्टर को दी थी। बावजूद इसके मालगाड़ी कई किलोमीटर दूरी तक नगीना स्टेशन पर पहुंचाई गई। तब तक मालगाड़ी के पहिये डिरेल हो चुके थे। गनीमत रही कि पहिये डिरेल होने के बावजूद मालगाड़ी पलट नहीं पाई, जिससे बड़ा हादसा टल गया।