नगीना से कोटकादर तक यह मार्ग 70 के दशक में प्रदेश की कांग्रेस सरकार में लोक निर्माण मंत्री चौधरी गिरधारी लाल ने बनवाया था। जनपद में अधिकतर सम्पर्क मार्ग उन्हीं के समय में बने थे, लेकिन अब नगीना-लालवाला मार्ग अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। यह मार्ग पिछली बसपा सरकार में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बना था, लेकिन दो वर्ष बाद ही पूरी तरह टूट गया था। इस मार्ग के कारण क्षेत्रवासी बदतर जीवन गुजारने को विवश हैं। क्षेत्र के लोग इसके लिए जनप्रतिनिधियों को जिम्मेदार मानते हैं। स्थानीय सांसद कुंवर सर्वेश कुमार के प्रयास से बुंदकी तिराहे से रायपुर सादात, कोटकादर-टांडा माईदास, लालवाला होते हुए कोटद्वार सीमा तक यह मार्ग 26 मई 2016 को सड़क परिवहन राजमार्ग एवं पोत मंत्रालय भारत सरकार से स्वीकृत हो चुका है। लोक निर्माण विभाग के जेई फुरकान अहमद ने बताया कि लगभग 72 करोड़ का एस्टीमेट बनाकर भेजा गया है, जिसमें बुंदकी तिराहे से लालवाला तक मार्ग का चौड़ीकरण, जिसकी चौड़ाई सात मीटर, लालावाला से कोटद्वार सीमा तक साढ़े पांच मीटर इसके अलावा साबूवाला, सूखरो नदी पर पुल का निर्माण भी शामिल है। बताया जाता है कि इस सारी प्रक्रिया में काफी समय लगेगा। इसलिए क्षेत्रवासियों को अभी लगभग छह माह और इस सड़क से होने वाले दर्द को सहना पड़ सकता है।