आग के कारण करीब तीन बिल्डिंगों में दरारें पड़ गई। गोदाम स्वामी सरफराज और शादाब के मकान में भी दरारें पड़ गई। हिंदुओं ने भी आग बुझाने में पूरी मदद की। सूचना मिलने पर तीन जिलों की फायर ब्रिगेड ने 12 घंटे की कोशिश के बाद आग पर काबू पाया। एसपी अजय साहनी, विधायक मनोज पारस और पालिकाध्यक्ष शेख खलीलुर्रहमान ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया।
मोहल्ला पंजाबीयान व लुहारी सराय में अनीस, शमीम, तसलीम पुत्रगण स्वर्गीय अब्दुल सलाम का अपना बड़ा मकान है। तीनों भाइयों का शादी विवाह में प्रयोग होने वाले सामान व अन्य वस्तुओं के आठ बड़े गोदाम मकान के बराबर में ही है। ये सभी टीन शेड के बने थे। इनमें भारी मात्रा में झाडू, चटाई, बांस, तिरपाल, लिहाफ, गद्दे, दोने, पत्तल, प्लास्टिक के ग्लास, रस्सी, बान, पायदान, पन्नी, पॉलीथिन बैग आदि भरा था।
रविवार की रात करीब 8.30 बजे आतिशबाजी की चिंगारी से गोदाम में रखे सामानों में आग लगने की सूचना शमीम को मिली। उसने अपने भाइयों और आसपास के दुकानदारों, मुहल्लेवासियों को घटना की जानकारी दी। देखते ही देखते आग पूरे पूरे गोदाम में फैल गई। ऊंची-ऊंची लपटें उठने लगी। इससे दूसरी व तीसरी मंजिल के गोदाम में भी आग लग गई। नगीना फायर स्टेशन पर सूचना दी।
एक फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची। अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों ने आग पर काबू पाने की कोशिश की लेकिन कामयाबी नहीं मिली। इसी बीच विधायक मनोज पारस व पालिकाध्यक्ष खलीलुर्रहमान मौके पर पहुंचे और पालिका के चार पानी के टैंकों को आग बुझाने के लिए भेज दिया। विधायक ने जिलाधिकारी से वार्ता की। इसके बाद रात करीब नौ बजे मुरादाबाद, गजरौला, अमरोहा, चांदपुर, नूरपुर, नगीना और नजीबाबाद से करीब 11 फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंच गए।फायर सर्विस के क्षेत्राधिकारी संतोष राय के नेतृत्व में टीम ने 12 घंटे के प्रयास के बाद सुबह करीब नौ बजे आग पर काबू पाया। एसडीएम शिशिर कुमार, पुलिस अधीक्षक शहर एमएम वेग, अपर पुलिस अधीक्षक देहात डॉ. धर्मवीर सिंह भी डटे रहे। थाना प्रभारी नाथीराम पवार ने बताया कि अभी तक पीड़ित स्वामी द्वारा हुए नुकसान व घटना के संबंध में कोई तहरीर नहीं दी गई है तहरीर के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।