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नगीना, काष्ठउद्योग, तब से अब तक
नगीना में नगीना सुरक्षित विधानसभा देशभर में काष्ठकला के लिए विख्यात है। काष्ठकला उद्योग की दशा काफी बदतर होती जा रही है। लोकसभा चुनाव के दौरान नरेंद्र मोदी ने नगीना की काष्ठकला उद्योग का जिक्र करते हुए इसकी दशा सुधारने का बीड़ा उठाने की बात कही थी।
नोटबंदी - प्रेरक की मौत
मंडावर में शिक्षा विभाग में प्रेरक की हार्टअटैक से मौत हो गई। उसकी की बेटी की शादी 17 अप्रैल को है। मृतक के परिजनों का आरोप है कि बैंकों से रुपया नहीं मिलने से प्रेरक परेशान था। इसी सदमे में उसे हार्टअटैक हुआ था।
नगीना - नगदी मिली पर जान चली गई
नगीना में एसबीआई की शाखा से अपने बेटे और पत्नी संग अपने खाते से इलाज के लिए पैसे निकालने आए बीमार व्यक्ति की बैंक के सामने मौत हो गई। मौत से पहले बैंक ने उसका भुगतान कर दिया था। परिजन उसका शव लेकर घर चले गए। घर में कोहराम मचा है।
बिजनौर - कैश के लिए धारदार हथियार चले, मारपीट
बिजनौर क्षेत्र के हल्दौर में बुधवार को भी बैंकों और एटीएम से कैश लेने के लिए ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ी। शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 35 दिन बाद भी जरूरत के मुताबिक कैश नहीं मिलने से ग्राहकों का आक्रोश दिन प्रतिदिन केंद्र सरकार और बैंक प्रबंधन के खिलाफ बढ़ता ही जा रहा है।
धामपुर - नोटबंदी के आगे पस्त हुआ खादी ग्रामोद्योग, करोड़ों का घाटा
धामपुर में नोटबंदी के चलते श्री खादी ग्रामोद्योग गांधी आश्रम के केंद्रीय कार्यालय दम तोड़ने के कगार पर है। गांधी आश्रम के व्यवस्थापक और मंत्री का कहना है कि नवंबर-दिसंबर का माह ही होता है, जब उनका कारोबार उड़ान भरता है। लेकिन इस बार नोटबंदी से कारोबार धड़ाम हो गया। मजदूरी न मिलने से लेबर काम छोड़कर चली गई है।
नजीबाबाद - नोटबंदी ने छीना रोजगार
नजीबाबाद - नोट बंदी से जहां मध्य वर्ग परिवार को परेशानी से गुजरना पड़ रहा है, वहीं मजदूरी करने वाले परिवारों को भी आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। एक ओर जहां लोग बैंकों की लाइन में लगने को मजबूर है वहीं, दूसरी ओर मजदूरी करने वालों को काम न मिलने से खाने तक के लाले पड़े हैं।
नगीना - पांच हजार शिल्पकारों के समक्ष रोजी रोटी का संकट
नगीना में शीशम की लकड़ी से निर्मित हैंडीक्राफ्ट के आइटमों के निर्यात पर पाबंदी लगने से उद्यमियों और कारीगरों दोनों को झटका लगा है। इस व्यवसाय से जुड़े छोटे-बड़े इकाईयों में काम करने वाले करीब पांच हजार लोगों के समक्ष रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है।
नगीने के रसगुल्ले पर भी नोटबंदी का असर
बिजनौर के नगीना में नोटबंदी के बाद कैश की किल्लत के कारण नगीना के प्रसिद्ध रसगुल्लों की बिक्री पर भी असर पड़ रहा है। उत्तराखंड के तीर्थस्थलों और अन्य पर्यटन स्थलों को आने-जाने वाले लोग भी अब ये रसगुल्ले कम ही खरीद रहे हैं।
एटीएम पर लाइन में लगीं कई महिलाएं बेहोश
बिजनौर के धामपुर में बुधवार को अधिकांश बैंक भीड़ के हवाले रहे। उन्हें बैंकों से चाह कर भी उनकी जमा रकम प्राप्त नहीं हो सकी। एचडीएफसी में एटीएम से पैसे निकालने के लिए लाइन में लगी कई महिलाएं बेहोश होकर गिर गईं।
नगीना - नोटबंदी से काष्ठ उद्योग प्रभावित
नगीना में नोटबंदी के बाद नगीना का विश्व विख्यात काष्ठ कला उद्योग बुरी तरह प्रभावित है। 14 नवंबर से 27 तक दिल्ली के प्रगति मैदान में लग रहे अंतरराष्ट्रीय ट्रेड फेयर में अपनी स्टाल लगाकर कारोबार करने गए आधा दर्जन युवा कारोबारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।