मोहल्ला लोहियान निवासी महिला सुमित्रा, रानीबाग कॉलोनी निवासी यशोदा, टीचर्स कॉलोनी निवासी विमला रानी, सूर्य रानी नेे होश में आने के बाद बिलखते हुए बताया है कि पैसा नहीं होने के कारण ट्यूटरों ने उनके बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना बंद कर दिया है। बच्चों के ट्यूशन नहीं पढ़ने से परिवार के सभी सदस्य तनाव में हैं। बच्चों पर भी इसका काफी प्रभाव पड़ रहा है।
बच्चे कहने लगे है कि मां यह तो हम लोगों का अपमान है। बच्चों ने कहा कि यदि यही स्थिति रहा तो क्या एक दिन उन्हें रोटी से हाथ धोना पड़ेगा। बच्चों की बात सुनकर परिवार परेशान हैं। उनकी समस्या का निराकरण कराने के लिए वे कई दिन से बैंकों के बाहर लाइन में लगकर रकम जुटाने की फिराक में हैं। हालांकि भारी भीड़ के कारण उन्हें सफलता नहीं मिल रही है। बुधवार को कई दिनों के बाद जिला अरबन कोआपरेटिव बैंक में पुरानी करेंसी से किसी तरह से काम चलाया गया। नई करेंसी तो इस बैंक में आज तक नहीं पहुंच सकी है। सर्व यूपी ग्रामीण बैंक की धामपुर शाखा का भी ऐसा ही हाल है। गांव दरियापुर के महेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि वह धामपुर में गन्ना समिति में नौकरी करते हैं। उनके पास किराए के पैसे नहीं रहे। बैंकों में जाने पर केवल बता दिया जाता है कि कैश नहीं है।
बिजनौर के धामपुर में बुधवार को अधिकांश बैंक भीड़ के हवाले रहे। उन्हें बैंकों से चाह कर भी उनकी जमा रकम प्राप्त नहीं हो सकी। एचडीएफसी में एटीएम से पैसे निकालने के लिए लाइन में लगी कई महिलाएं बेहोश होकर गिर गईं।
इन महिलाओं के बेहोश होकर गिरने से लाइन में लगे लोगों में अफरातफरी मच गई। लोगों ने महिलाओं को पानी पिलाया। इसके काफी देर के बाद महिलाएं होश में आईं। महिलाओं ने बताया कि पैसा नहीं होने के कारण ट्यूटरों ने बच्चों को पढ़ाना छोड़ दिया है।
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- Source: AmarUjala
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