नजीबाबाद की बांस मंडी बांस से बनने वाली वस्तुओं के लिए दूर दूर तक पहचान रखती थी। यहां 60 से 70 परिवार चिक, टोकरी, चटाई, कांवड़ आदि का वर्षों से निर्माण करते आ रहे हैं।
महाशिवरात्रि और श्रावणी शिवरात्रि के लिए नजीबाबाद में वर्ष भर कांवड़ का निर्माण होता है, लेकिन नोट बंदी के कारण एक माह से बांस से जुड़े निर्माण कार्य ठप होने से कई परिवारों के सामने खाने-पीने के लिए भी आवश्यक धन जुटाना मुश्किल हो रहा है।