कई घंटों तक पशुओं के तहसील परिसर में बंधने के बाद भी किसी आला अधिकारी के वार्ता करने मौके पर नहीं पहुंचने के बाद किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने तहसील कार्यालय के मुख्य गेट को बंद कर दरी बिछाकर परिसर में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। उनकी मांग है की छुट्टा पशुओं को गौशाला मैं पहुंचाया जाए।
भारतीय किसान यूनियन के काफी संख्या में कार्यकर्ता बृहस्पतिवार की दोपहर करीब 12 बजे सैकड़ों की संख्या में छुट्टा पशुओं को ट्रैक्टर ट्राली में भरकर तहसील परिसर में पहुंचे और दरी बिछाकर धरने पर बैठ गए। किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं द्वारा तहसील परिसर में पशुओं को बांधने के बाद तहसील के अधिकारी व कर्मचारी दफ्तर बंद कर निकल गए। किसानों द्वारा छुट्टा पशुओं को तहसील परिसर में स्थित अधिकारियों के कार्यालयों के बाहर बांधने के बाद धरने पर बैठे गए।
किसान यूनियन के नेताओं का कहना है कि शासन प्रशासन लगातार गांव में छुट्टा पशुओं को गौशालाओं में भेजने की बात करता रहता है। लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं होती। जिसके कारण किसानों की फसल लगातार बर्बाद हो रही है और आए दिन पशु किसानों को घायल कर रहे हैं जिससे किसानों में लगातार आक्रोश पनपता जा रहा है। किसान यूनियन के तहसील अध्यक्ष वीर सिंह डबास ने कहा कि बार-बार अधिकारियों को छुट्टा पशुओं को गौशाला में भिजवाने के लिए ज्ञापन दे दिया जाता है। तथा बार-बार कहने के बाद भी कोई समाधान ना होने पर कार्यकर्ताओं को यह निर्णय लेना पड़ा। अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने वाले प्रमुख लोगों में तहसील अध्यक्ष वीर सिंह डबास, ब्लॉक अध्यक्ष चौधरी बलजीत सिंह, चौधरी सुरपाल सिंह डॉ धर्मवीर सिंह , राम भजन सिंह, राजीव चौहान, डॉ देवेंद्र सिंह, अरशद सलमानी, चौधरी मनीष सिंह, राहुल चौधरी, दीपेंद्र सिंह दिग्विजय सिंह, विवेक कुमार, ओमपाल गहलोत, विजय सिंह, उमेश चंद शर्मा आदि मौजूद रहे।