जी हां, किरतपुर और शेरकोट को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया है, जबकि बाकी दस पालिकाओं में अध्यक्ष पद की सीट सामान्य है। वहीं बिजनौर पालिका को इस बार अनारक्षित कर दिया गया है, जबकि पिछली बार महिला के लिए आरक्षित थी।
पिछली बार हुए चुनाव में जिले में सिर्फ हल्दौर पालिका ही एससी वर्ग के लिए आरक्षित थी। इस बार हल्दौर को अनारक्षित की श्रेणी में कर दिया गया। वहीं जिले की सबसे चर्चित पालिका किरतपुर को इस बार एससी वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है। शेरकोट में अध्यक्ष अनुसूचित जाति का ही बनेगा।
नगर पंचायतों की बात करें तो जिले में झालू को महिलाओं के लिए आरक्षित किया गया है। बाकी पांच नगर पंचायतों में कोई भी चुनाव लड़ सकेगा।
जिले की दस पालिकाओं की स्थिति
- बिजनौर - अनारक्षित
- नगीना - अनारक्षित
- नजीबाबाद - अनारक्षित
- नूरपुर - अनारक्षित
- स्योहारा - अनारक्षित
- चांदपुर - अनारक्षित
- नहटौर - अनारक्षित
- धामपुर - अनारक्षित
- अफजलगढ़ - अनारक्षित
- हल्दौर - अनारक्षित
- किरतपुर - अनुसूचित जाति
- शेरकोट - अनुसूचित जाति
- नगर पंचायत आरक्षण की स्थिति
- झालू - महिला
- मंडावर - अनारक्षित
- बढ़ापुर - अनारक्षित
- सहसपुर - अनारक्षित
- जलालाबाद - अनारक्षित
- साहनपुर - अनारक्षित