हरियाणा की टीम अपनी ने टीम में शामिल फर्जी महिला ग्राहक की जांच कराई। टीम ने पहले ही रैकी करने के लिए इस महिला को अल्ट्रासाउंड सेंटर की एक स्टाफ के साथ भेज दिया था। इस महिला की जांच के बाद वहां पर छापा मारा गया। इस मामले में सेंटर संचालक सहित पांच लोगों पर रिपोर्ट दर्ज की गई है।
सोमवार को हरियाणा के रोहतक जनपद की टीम बिजनौर में जिलाधिकारी रमाकांत पांडेय के समक्ष पहुंची। डीएम के निर्देश पर पीसीपीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. एसके निगम अपनी टीम और रोहतक से आई टीम को लेकर आशीर्वाद अल्ट्रासाउंड सेंटर पर पहुंचे। इससे अल्ट्रासाउंड संचालकों और स्टाफ में हड़कंप मच गया। डॉ. निगम ने बताया कि सिविल सर्जन डॉ. अनिल बिरला के निर्देश पर बिजनौर में भ्रूण लिंग जांच के खिलाफ कार्रवाई के लिए टीम गठित की गई। पीसीपीएनडीटी की इस टीम में एक महिला ने फर्जी ग्राहक बनाकर खरखौदा के रविंद्र पुत्र सुनील से संपर्क किया। रविंद्र ने इस ग्राहक से 40 हजार रुपये मांगे। गर्भवती महिला के पति ने खरखौदा से रविंद्र के साथ बिजनौर भेज दिया। बिजनौर आकर टीम ने इस गर्भवती महिला को गाड़ी से उताकर ई रिक्शा से आशीर्वाद अल्ट्रासाउंड सेंटर भेजा। वहां पर प्रीति नामक स्टाफ ने आशीर्वाद अल्ट्रासाउंड सेंटर पर ले जाकर स्टाफ के सदस्य हुकुम सिंह से संपर्क किया। वहां पर इस महिला के गर्भ में पल रहे भ्रूण के लिंग की जांच की गई और अल्ट्रासाउंड में बेटी बताई गई। जांच के बाद वहां से सभी लोग बाहर आ गए। इसके बाद घात लगाए बैठी टीम ने मौके पर पहुंचकर छापामारी की और सेंटर को सील कर दिया। इस मामले में रविंद्र, हुकुम सिंह, कविता, प्रीति, रेडियोलॉजिस्टि डॉ. विनोद कुमार सहित पांच लोगों पर थाना कोतवाली शहर में रिपोर्ट दर्ज की गई है। टीम में रोहतक के डॉ. विकास सैनी, डॉ. विकास ढांगी, डॉ. विशाल, डॉ. विजय, नीरज, जोगेंद्र, बिजनौर से पीसीपीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. एसके निगम, अवनीश कुमार, विजय कुमार, पुलिसकर्मी पूनम, सविता देवी आदि शामिल रहे।
संचालक समेत स्टाफ के खिलाफ हुई रिपोर्ट दर्ज
बिजनौर। आशीर्वाद अल्ट्रासाउंड सेंटर पर छापे के दौरान टीम ने पाया कि सेंटर पर कोई भी पहचान पत्र गर्भवती महिला से नहीं लिया जा रहा था और न ही फार्म एफ भरा गया। अल्ट्रासाउंड सेंटर में कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा था और न पिछले मरीजों का कोई रिकॉर्ड था। पीसीपीएनडीटी एक्ट संबंधित किताब भी उपलब्ध नहीं थी। डॉक्टर विनोद कुमार रेडियोलोजिस्ट उपस्थित नहीं थे। अल्ट्रासाउंड सेंटर के संचालन डॉ. विनोद कुमार, सोनीपत खरखौदा निवासी रविंद्र, चंदपुरा निवासी हुकुम सिंह, अल्ट्रासाउंड करने वाली कविता समेत पांच के खिलाफ अपर मुख्य चिकित्साधिकारी पीसीपीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. एसके निगम की ओर से शहर कोतवाली में पीसीपीएनडीटी एक्ट 1994 की धारा 3,4,5,6,29 व आईपीसी की धारा 120बी के तहत रिपोर्ट कराई गई है।
कार्रवाई के दौरान आया हार्ट अटैक
सूत्रों के मुताबिक छापे के दौरान अल्ट्रासाउंड सेंटर से एक सरकारी चिकित्सक भी पकड़ा गया था। तुरंत उसे हार्ट अटैक आ गया, जिसके बाद टीम के हाथ पैर फूल गए। चिकित्सक को उपचार के लिए एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने छापे के दौरान स्टाफ के दो लोगों को हिरासत में ले लिया है।
सूचना लीक न हो जाए इसलिए हरियाण की टीम ने मारा छापा : डीएम
डीएम रमाकांत पांडेय के मुताबिक अल्ट्रासाउंड सेंटर पर छापे की सूचना लीक न हो जाए इसलिए हरियाणा की टीम से यह छापा लगवाया गया है। हरियाणा की टीम के साथ तालमेल है। इसी के तहत यह कार्रवाई हुई है। अल्ट्रासाउंड सेंटर पर तमाम खामियां पकड़ी गई हैं।