जिला कृषि अधिकारी के मुताबिक यह सामान्य ग्रास हॉपर किट है। वास्तविक टिड्डी कीट नहीं है।थाना क्षेत्र नगीना देहात के गांव चुड़ैली निवासी बसंती पत्नी स्व हीरा सिंह का गांव मे खेत पर गन्ने की फसल खड़ी है। मंगलवार की सुबह विक्रम सिंह सहित अन्य लोग गन्ने के खेत में खुदाई करने गया था। वहां उसने भारी संख्या में गन्ने की पत्तियों पर टिड्डी कीट का प्रकोप देखा तो उसने आस-पास के गांव वालों तथा ग्राम प्रधान को इस संबंध में जानकारी दी। ग्रामीणों ने इसकी सूचना तत्काल जिला कृषि रक्षा अधिकारी को दी जिसमें कहा गया कि क्षेत्र में टिड्डी दल का प्रकोप देखने को मिला है। तत्काल जिला कृषि अधिकारी डॉ अवधेश मिश्र, प्रभारी मनोहर सिंह राजकीय कृषि निवेश भंडार कोतवाली देहात, रजत चौधरी, अशोक कुमार मौके पर पहुंचकर जानकारी ली। जिला कृषि अधिकारी ने गन्ने के खेत का निरीक्षण कर बताया कि यह कीट स्थानीय ग्रास हॉपर है। जो गन्ने की मुलायम पत्ती को खा रहा है। आसपास कृषको के गन्ने के खेतो व पेड़ो के निरीक्षण करने पर इसका अटैक नही पाया गया। और न ही यह कीट पाया गया है। उन्होंने संबंधित किसान को अपने खेत मे क्लोरपायरिफास 50%+साइपरमैथरीन 5% की 2मिली प्रति लीटर पानी या लैम्डासायलोर्थीन-4.9% की 1 मिली/ ली0 पानी मे घोल बनाकर शाम के समय छिड़काव करने की सलाह दी गयी है। साथ गांव के उपस्थित अन्य किसान कृष्ण कुमार, सुरेश कुमार, कपिल, दिग्विजय सिंह, विक्रम सिंह सहित एक दर्जन किसानों को डिजर्ट टिड्डी से बचाव के उपाय के बारे मे विस्तार से बताया तथा खेतो के रोजाना निरीक्षण करते रहने का भी अनुरोध किया।
बिजनौर में नकली पेस्टिसाइड बनाने का भंडाफोड़
बिजनौर शहर में नकली पेस्टिसाइड बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। यहां बना नकली पेस्टिसाइड बिहार तक सप्लाई किया जा रहा था। पुलिस की छापेमारी में बड़ी मात्रा में नकली पेस्टिसाइड बरामद हुआ है। मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी गई है।
कोराजन बनाने वाली एफ एमसी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के असिस्टेंट मैनेजर प्रदीप दलाल ने पिछले दिनों एसपी से मामले की शिकायत की थी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने बिजनौर शहर में रोहित रबर केमिकल फैक्ट्री में छापेमारी की। जहां नामी कंपनियों के करीब 100 प्रोडक्ट बनाए जा रहे थे। इनमें क्रिस्टल कंपनी का फुराडॉन एफएमसी कंपनी का कोरोजन और बेर कंपनी का रीसेंट बरामद हुआ। फुरडॉन के 130 कट्टे रीजेंट के 110 कट्टे बरामद हुए। वही 870 बोरी कच्चा माल बरामद हुआ है। इस फैक्ट्री में अन्य कई नामों कंपनियों के प्रोडक्ट बनाए जा रहे थे। कोतवाली इंचार्ज आरके शर्मा ने बताया कि पुलिस ने मामले में बिजनौर निवासी हर्षित खन्ना पुत्र प्रदीप खन्ना के खिलाफ धोखाधड़ी और कॉपीराइट एक्ट की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। इस तरह हुआ शकएफएमसी कंपनी के असिस्टेंट मैनेजर प्रदीप दलाल ने बताया कि बिजनौर की फैक्ट्री में हुबहू हमारे कोरोजन की पैकिंग हुबहू तैयार की जा रही थी। हालांकि इस नकली कोरोजन की पैकिंग में 2 कमियां थी। जिनकी वजह से यह पकड़ में भी आया। बताया कि बिहार तक यह नकली पेस्टिसाइड सप्लाई किया जा रहा था। पिछले काफी दिनों से किसानों की शिकायत शिकायतें आ रहीं थी। कि उनके प्रोडक्ट का कोई असर नहीं हो रहा। किसानों से कोरोजन की खाली बोतल ले ले कर देखी गई तो मालूम हुआ कि कोई नकली को रोजन भी बना रहा है।