नगर में तनावपूर्ण शांति बनी हुई हैं। प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के तहत मोहल्लों, चौराहों व धर्मस्थलों पर पुलिस पिकेट तैनात कर रखी है। उधर, बाजार खुलवाले के लिए पुलिस-प्रशासन ने व्यापारियों की बैठक बुलाई, लेकिन समाधान न निकल पाने के कारण तनाव बरकरार है।
शनिवार रात अपर पुलिस अधीक्षक विश्वजीत श्रीवास्तव, सीओ महेश कुमार व एसडीएम इंद्रजीत सिंह की मौजूदगी में संपन हुई बैठक में भाजपा के नगर अध्यक्ष ओमपाल सैनी, जिला उपाध्यक्ष अजीत अग्रवाल, कृष्ण बल्देव सिंह, प्रमोद चौहान, अरविंद गहलोत, संजय वर्मा, राकेश कर्णवाल, राधे विश्नोई, आशीष भारद्वाज, राहुल त्यागी, शिवशंकर सक्सेना, पूर्व चेयरमैन प्रभातचंद ने प्रशासन से मांग की कि दुल्हेंडी के जुलूस के दौरान गिरफ्तार किए गए नेताओं को बिना शर्त रिहा करें। पत्थरबाजी करने वाले आरोपी गिरफ्तार किए जाएं। अपर पुलिस अधीक्षक ने उच्च अधिकारियों से वार्ता करने के उपरांत ही समस्या का समाधान किए जाने की बात कही।
उधर रविवार दोपहर नगर के समस्त व्यापारियों व कारोबारियों की बैठक एसडीएम इंद्रजीत सिंह, सीओ महेश कुमार व तहसीलदार ने तहसील सभा कक्ष में बुलवाई। व्यापारियों से सीधे संवाद करते हुए अपील की कि वे संयम बनाए रखें। किसी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें।
शहर का वातावरण शांत करने के लिए सकारात्मक सोच के साथ माहौल को शांत करें। व्यापारियों के गिरफ्तार नेताओं को बिना शर्त रिहाई, रंग का जुलूस निकलवाने एवं पत्थरबाजों के खिलाफ कार्रवाई की की मांग पर अड़े रहने के कारण बाजार खुलने के संबंध में कोई निष्कर्ष नहीं निकला। बैठक को नीरज अग्रवाल, चौधरी दिग्विजय सिंह, दीपक अग्रवाल, राजू विश्नोई, राधे विश्नोई, लाला जगमोहन, इंद्रेश गंगवार ने संबोधित किया। बैठक में 100 से अधिक नगर के व्यापारी मौजूद रहे। बैठक में शनिवार की देर शाम बड़े मंदिर के पास खड़े भाजपा नेता डा भूपेश, संजीव शर्मा समेत कई भाजपाइयों पर पुलिस द्वारा डंडा चलाने पर कड़ी नाराजगी जताई गई। इस मामले को एसडीएम ने संज्ञान में लेते हुए बताया कि भविष्य में ऐसी किसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं होगी। नगीना में दूसरे दिन भी बाजार बंद रहे, समस्या का समाधान दूसरे दिन भी नहीं हो सका।
नगीना में रविवार को भी बाजार बंद रहा। दुल्हेंडी के दिन गीला रंग डालने को लेकर हुलियारों पर पत्थरबाजी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई और गिरफ्तार किए गए भाजपा नेताओं को बिना शर्त रिहाई व रंग के जुलूस को निकलवाने की मांग कर रहे हैं।
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- Source: AmarUjala