आयोजकों ने जुलूस रोक दिया। देर रात समझौते के बाद आयोजकों ने शनिवार को रंग जुलूस निकालेे को कहा। शनिवार को जुलूस शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया। वहीं एसपी ने धामपुर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक राजेश चौहान को लाइन हाजिर कर दिया है।
धामपुर में दुल्हेंडी पर दो अलग-अलग समितियां जुलूस निकालती हैं। इनमें आदर्श होली हवन समिति सवेरे को राधाकृष्ण मंदिर से होली हवन जुलूस निकालती है, जबकि फल चौक स्थित श्री मंदिर ठाकुरद्वारा बजरिया से दोपहर से गीले रंग का जुलूस निकलता है।
गीले रंग का जुलूस निकालने का निर्धारित समय 12.30 बजे था, लेकिन शुक्रवार को जुमे की नमाज होने के कारण जुलूस का समय दो बजे रखा गया। जुलूस 2.30 बजे से शुरू हुआ। जुलूस में बैंडबाजे, ढोल और मंजीरों की थाप पर हुलियारे मौज-मस्ती करते हुए एक-दूसरे पर रंग की बौछार कर आगे बढ़ रहे थे। जैसे ही जुलूस आर्य समाज मंदिर के निकट पहुंचा, तभी यहां एक बालक ने सिपाही पर रंग डाल दिया।
सिपाही ने बच्चे को पीट दिया और बवाल हो गया। पुलिस ने हुलियारों पर लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज में तीन हुलियारे बिट्टू शर्मा, शुभम जैन व भामाशाह अग्रवाल गंभीर रूप से घायल हो गए। हुलियारे पुलिस पर लाठीचार्ज करने का आरोप लगाते हुए निलंबित करने की मांग पर अड़ गए। जुलूस में बढ़े बवाल को देख सत्तापक्ष के कई नेता मौके पर पहुंच गए। नेताओं ने जुलूस निकालने के लिए समझाते रहे, लेकिन हुलियारों ने उनकी बात नहीं मानी। आरोप था कि पुलिस की लाठीचार्ज से उनके कई साथी घायल हुए हैं।
चेताया कि यदि जब आरोपी कोतवाल व आरोपी 100 डायल के सिपाही पर कार्रवाई नहीं होती है, वे जुलूस चालू नहीं करेंगे। विधायक अशोक राणा के हस्तक्षेप से प्रशासन बैकफुट पर आ गया। विधायक ने कहा कि जिन पुलिस अधिकारियों ने लाठीचार्ज किया है, उनपर कार्रवाई होगी। विधायक की बात पर भरोसा जताते हुए आयोजकों ने रुके जुलूस को शनिवार को वहीं से उसी स्थान चालू कराने को हामी भर ली।
परंपरागत ढंग से निकाला जुलूस
शनिवार को सवेरे दस बजे से रंग का जुलूस शुरू हुआ, जो डेढ़ बजे संपन्न हुआ। जुलूस में बड़ी संख्या में हुलियारे शामिल रहे। ढोल की थाप और बैंड की धुन पर जमकर थिरके। कई गाड़ियों में भरे रंग से लोगों को सराबोर किया। जुलूस परंपरागत मार्गों से होता हुआ संपन्न हो गया। जुलूस का मछली बाजार में फलों का वितरण कर स्वागत किया गया।