यहां पर दुकानदार अपने उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे। यहां से दुकानदारों के उत्पादों को देश विदेश से आए व्यापारी देखेंगे और खरीदने के लिए ऑर्डर देंगे। काष्ठ कला को विश्व स्तर का बाजार मिलने से उद्यमियों को लाभ होगा। बिचौलियों से उन्हें आजादी मिल जाएगी।
जिले की काष्ठ कला विश्वभर में विख्यात है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपनी चुनावी सभा में काष्ठ कला की प्रशंसा कर चुके हैं, लेकिन पूरे देश या फिर विश्व स्तर पर अपने उत्पादों की मार्केटिंग करना आसान बात नहीं है। जिले के एक दो व्यापारी ही विदेशों में माल निर्यात करते हैं। बाकी व्यापारी बिचौलियों के जरिये माल सप्लाई करते हैं। उत्पाद पर मिलने वाले लाभ का अधिकांश हिस्सा बिचौलियों के पास चला जाता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए एक जिला एक उत्पाद योजना शुरू की है। योजना में हर जिले से जुड़े एक-एक उद्योग को बढ़ावा दिया जाएगा और उसे विश्व स्तर का बनाया जाएगा। बिजनौर के लिए काष्ठ कला उद्योग को चुना गया है। अब प्रदेश सरकार द्वारा जिले के उद्योग को चमकाने के लिए लखनऊ में 17 एकड़ में बने अवध शिल्प ग्राम में स्टॉल नंबर 58 बिजनौर को आवंटित किया गया है। यहां पर हर उद्यमी को अपने उत्पाद प्रदर्शित करने के लिए 15-15 दिन का समय बिना किसी किराये के दिया जाएगा। विभाग द्वारा इन व्यापारियों को प्रोत्साहन देने के लिए सब्सिडी भी दी जाएगी। पूरे देश व विश्व स्तर के व्यापारी अवध शिल्प ग्राम में आएंगे और दुकानदार का माल पसंद कर उसे सीधे ऑर्डर देंगे। उद्यमियों को बिचौलियों से आजादी मिल जाएगी। 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अवध शिल्प ग्राम का शुभारंभ करेंगे। उपायुक्त उद्योग अमिता वर्मा के अनुसार अवध शिल्प ग्राम में जिले की काष्ठ कला के नमूने पेश किए जाएंगे। वहां पर उद्यमियों को बड़ा बाजार मिलेगा।
अब जिले के काष्ठ कला उद्यमियों के उत्पादों को पूरे देश के साथ-साथ विदेशों में भी बाजार मुहैया कराया जाएगा। प्रदेश सरकार द्वारा लखनऊ में बने अवध शिल्प ग्राम में स्टाल नंबर 58 जिले के काष्ठ कला उद्यमियों के लिए आरक्षित कर दिया गया है।
Additional Info
- Source: AmarUjala
Published in
News
Tagged under