नगीना थाने में तैनात होमगार्ड अमीचंद सैनी का कस्बा विश्नोई सराय में मकान है। उसमें अपने परिवार व भाई राजेश सैनी के परिवार के साथ रहता है। अमीचंद का टेंट का काम है। उसके भाई राजेश का खिलौने बेचने का कारोबार है। उसके बेटे भी इसी कारोबार को देखते हैं। अमीचंद के बेटे हिमांशु ने बताया कि शुक्रवार की रात करीब 12 बजे मकान के पीछे से सीढ़ी लगाकर छह कच्छा बनियानधारी बदमाश जीने के रास्ते उतर आए। बदमाशों ने मेरे पिता अमीचंद व मां रेखा सैनी को कमरे में बंद कर दिया। चाचा के बेटों मोनू व सोनू के कमरों में घुस कर उनकी पत्नी नीतू व पूनम के साथ मारपीट की और कमरे में रखी गोदरेज में रखे लाखों के जेवर व 25 हजार रुपये की नकदी लूट ली।
इस बीच कमरे की खिड़की तोड़ कर अमीचंद बदमाशों से भिड़ गया। उसके भतीजे भी बदमाशों से भिड़ गए। अपने को घिरता देख बदमाशों ने तीनों को जमकर डंडों से पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। नजीबाबाद से आए एक मेहमान कोकिल ने घर के एक दूसरे गेट से निकल कर शोर मचा दिया। इस पर आसपास के लोग एकत्र हो गए। इसी बीच बदमाश मकान के मुख्य दरवाजे से फरार हो गए। उसने पुलिस को मोबाइल से घटना की जानकारी देनी चाही, तो बदमाशों ने उसका मोबाइल भी तोड़ कर फेंक दिया।
सूचना मिलने पर थाना प्रभारी नाथीराम पवार मौके पर पहुंचे और गंभीर रूप से तीन घायलों घायल अमीचंद सैनी, मोनू, सोनू को नगीना सीएचसी में भर्ती कराया। यहां से उन्हें बिजनौर रेफर कर दिया गया। शेष घायल रेखा देवी, कोकिल, नीतू, पूनम को प्राथमिक उपचार के बाद घर वापस भेज दिया। उन्होंने बताया कि सोनू की तहरीर पर अज्ञात बदमाशों के विरुद्ध सोने के आभूषण व 25 हजार रुपये की नकदी लूटकर ले जाने का मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
फोरेंसिक टीम ने नमूने लिए
लूटपाट की घटना के बाद फोरेंसिक टीम ने खून में सने कपड़ों, दीवारों पर लगे निशान व गोदरेज पर लगे निशानों के जांच के लिए नमूने लिए। वहीं, दूसरी ओर खोजी कुत्ते ने सीढ़ी में बंधे कपड़ों को सूंघ कर करीब आधा किलोमीटर तक बदमाशों के जाने की दिशा की ओर संकेत किया। थाना प्रभारी ने बताया कि बदमाश सीढ़ी फेंकने के बाद कब्रिस्तान की दिशा से होते हुए नगीना-धामपुर रास्ते से फरार हुए हैं। बदमाशों की धरपकड़ के लिए दबिशें तेज होगी।