कस्बा कोतवाली देहात में दोपहर बाद सपा कार्यकर्ताओं और क्षेत्रीय लोगों की एक बैठक आयोजित की गई। इस दौरान बैठक में मौजूद लोगों ने कहा कि नगीना विधानसभा में 48 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता हैं। सभी ने मनोज पारस को सर्वाधिक मतों से जिताया था। सरकार ने उन्हें मंत्री भी बनाया। नगीना पालिकाध्यक्ष शेख खलीलउर्रहमान ने कहा कि मंत्री बनने के बाद उन्होंने स्थानीय लोगों और सपा कार्यकर्ताओं का ही उत्पीड़न शुरू कर दिया। अवैध खनन के साथ ही गुंडे- माफिया को सरंक्षण देना शुरू कर दिया। काजी असद मसूद उर्फ सन्नू भाई चैयरमैन गन्ना समिति नगीना ने कहा कि मनोज पारस का नाम घिनौने मामले में भी आया था, उसके बाद से ही सरकार ने उनकी लालबत्ती छीनी थी। फिर भी नगीना विधायक के व्यवहार में कोई परिवर्तन नहीं आया। बैठक के बाद दस सूत्रीय ज्ञापन पार्टी मुखिया मुलायम ¨सह यादव को भेजा गया। इसमें कहा गया कि नगीना से पार्टी प्रत्याशी बदला जाए। डा. इश्तियाक अंसारी , डा. लड्डन आदि आक्रोशित कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि जनता की भावनाओं का ध्यान नहीं रखा गया तो मनोज पारस के खिलाफ प्रत्याशी खड़ा कर चुनाव लड़ाया जाएगा। कार्यकर्ताओं ने यह ज्ञापन कोतवाल को सौंपा। असलम जैदी के संचालन व नरेन्द्र कुमार त्यागी की अध्यक्षता में आयोजित मी¨टग को रजा हैदर, कारी शमशाद, हैदर किरतपुरी आदि ने विचार रखे। उधर, इस संबंध में विधायक मनोज पारस का कहना है कि वह अभी ट्रेन में हैं। मामले की जानकारी करेंगे। इसके बाद ही कुछ कहेंगे।
विरोधियों की साजिश
कोतवाली देहात मे सपा के पूर्व जिलाउपाध्यक्ष असलम कुरैशी के निवास पर सपा कार्यकर्ताओं की एक बैठक हुई। कुरैशी ने कहा कि विधायक ने चहुंमुखी विकास कराया है। दोबारा प्रत्याशी घोषित किए जाने से विरोधी खेमा बौखला गया है। इन अफवाहों से मनोज पारस की छवि पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। इस दौरान जहीरूल हसन, कमर हैदर, जिशान हैदर, शैख अमीनुददीन, शेख निसार, शफीक कुरैशी, खुर्शीद कुरैशी आदि वक्ताओं ने विचार रखे।