दोपहर को जुमें की नमाज में दीनी तालीम की तकरीर की उसके बाद जुमे की। वही शाम को असर की नमाज़ पढ़ी। मगरिब की नमाज़ भी नाबिनान मस्जिद में पढ़ रहे थे। जहां तीसरी रकात की नमाज़ में उनकी अचानक हृदय गति रुकने से वह नमाजियों के ऊपर पीछे को गिर गए और देखते ही देखते उनका इंतेकाल हो गया। उनके इंतेकाल की खबर घर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। उनके इंतेकाल की खबर मौहल्ले व नगर में पहुंचते ही शोक की लहर दौड़ गई। उन्हें देखने के लिए उनके घर पर नगर के राजनीतिक व समाजिक संगठनों के लोगों एवं उनके मिलने वालों व रिश्तेदारों का तांता लग गया। और सभी ने उनके इंतेकाल पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए।उनकी मखफिरत के लिए दुआ की।
सूत्रों से पता चला है कि उनके बड़े भाई मौलवी खलिक कासमी अंसारी के बाहर होने के कारण। आज शाम असर की नमाज़ के बाद उनके आने पर ही मरहूम खलील कासमी अंसारी को सपूर्देखाक किया जायेगा।