कमरे से बदबू आने से मोहल्लेवालों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के मौके पर पहुंचकर कमरे से शव बाहर निकाला।
हिंदू इंटर कॉलेज में शिक्षक रहे स्व. हरीश चंद्र गुप्ता का मोहल्ला सरायमीर में मकान है। बताया जाता है कि पिछले माह हरिश्चंद्र की पत्नी के देहांत के बाद उनके साथ रह रहा उनका 50 वर्षीय पुत्र आलोक गुप्ता अकेला रह गया। आलोक के दो छोटे भाइयों में से एक बाहर सर्विस करता है, जबकि एक की पूर्व में मृत्यु हो चुकी है। मोहल्ले वासियों के अनुसार आलोक कमरे से कई कई दिन तक बाहर नहीं निकलता था। आलोक ने शादी भी नहीं की थी। मंगलवार सुबह मोहल्ले वासियों को मकान से बदबू आने पर इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मोहल्ले के कई लोगों व सूचना पर नगीने पहुंची मृतक की बहन की उपस्थिति में कमरे का दरवाजा खोला तो अंदर आलोक बिस्तर पर मृत पड़ा था। पुलिस के अनुसार शव को देख लगता है कि मौत कई दिन पहले हुआ है। परिजनों द्वारा किसी तरह की कोई कार्रवाई न किए जाने की बात कहने के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया।