बढ़ाई गई धनराशि दो पहिया व चार पहिया सहित सभी तरह के वाहनों पर लागू होगी। शासन से एआरटीओ को नई दरें जारी कर दी गई हैं। परिवहन विभाग ने पूरी प्रक्रिया को अब ऑनलाइन कर दिया है।
वाहनों मालिकों को अपनी गाड़ियों की जांच कराने पर अपनी जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी। वाहनों की प्रदूषण में जांच में 20 से 50 रुपये तक की बढ़ोतरी की गई है। परिवहन विभाग ने पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रदेशभर में प्रदूषण जांच केंद्र की संख्या बढ़ाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके लिए विभाग ने इच्छुक लोगों को प्रदूषण जांच केंद्र खोलने का ऑफर दिया।
आरआई सुरेंद्र कुमार के अनुसार परिवहन विभाग ने जिले के करीब करीब हर थाना क्षेत्र में कम से कम एक प्रदूषण केंद्र स्थापित करने का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए 2021 मार्च की तिथि निर्धारित की गई है। वर्तमान में जनपद में लगभग 27 प्रदूषण जांच केंद्र संचालित हैं। इनकी संख्या और बढ़ाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है, जिससे सभी वाहन मालिकों को उनके क्षेत्रों में ही प्रदूषण जांच का फायदा मिल सके। उन्होंने बताया कि करीब पांच साल से प्रदूषण जांच की दरों में कोई इजाफा नहीं हुआ था। इसकी मांग केंद्र संचालक कर रहे थे। इसे देखते हुए सभी पहलुओं पर विचार के बाद पहली जनवरी से प्रदूषण जांच की दरों को बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। पूरी प्रक्रिया अब ऑनलाइन है। मैनुअल व्यवस्था पूरी तरह से खत्म कर दी गई है। उत्तर प्रदेश ऑनलाइन मोटरयान प्रदूषण जांच केंद्र योजना-2020 के अंतर्गत थानावार प्रदूषण केंद्र खोले जाएंगे, जिससे हर व्यक्ति आसानी से अपने क्षेत्र में ही अपने वाहन की जांच करा सके।
प्रदूषण जांच की नई दरें
- दो पहिया वाहनों के लिए 50 रुपये, अभी 30 रुपये।
- तीन, चार पहिया पेट्रोल, सीएनजी, एलपीजी के लिए 70 रुपये, अभी 40 रुपये।
- चार पहिया सभी प्रकार के डीजल वाहनों के लिए 100 रुपये, अभी 50 रुपये।