वुड हेंडीक्राफ्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष इरशाद मुल्तानी ने बताया कि उद्योगों को छूट मिलने पर सभी कारखानों में धीरे धीरे काम शुरू हो रहा है और जो ऑर्डर उनके पास हैं उन्हें पूरा करने के लिए सामान बनाया जा रहा है। तथा सप्लायरो को भेजा जाएगा।नगर में हेंडीक्राफ्ट के छोटी से बड़ी 300 से 400 इकाई काम करती हैं। जिनमें तीन से चार हजार व्यापारी कारीगर व मजदूर काम करते हैं। कारखानों में काम करके अपने बच्चों का पालन पोषण करते हैं। नगीने से हेंडीक्राफ्ट का बना सामान दो दर्जन से भी अधिक देशों को निर्यात किया जाता है, लेकिन जानलेवा बीमारी करोना संक्रमण के दुनिया में फैल जाने से और अपने देश में कोरोना वायरस का संक्रमण होने से दो महीने पूर्व देश में लाक डॉउन लगा दिया गया था। इसके कारण समस्त उद्योग बंद हो गए थे तथा हजारों कारीगर मजदूर व व्यापारी बेरोजगार हो गए थे, लेकिन अब सरकार द्वारा छूट देने के बाद नगर के हेंडीक्राफ्ट उद्योग को चलाने की अनुमति देने के बाद धीरे-धीरे हेंडीक्राफ्ट की छोटी बड़ी इकाइयां शुरू हो गई है। कारीगर व मजदूर अपने अपने काम पर आ गए हैं। हेंडीक्राफ्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष इरशाद मुल्तानी ने बताया कि सरकार ने जो उनके उद्योग के लिए घोषणा की थी यदि उनका पालन इमानदारी से हो जाए तो उद्योग दोबारा से अपने पैरों पर खड़ा हो जाएगा। धीरे-धीरे हेंडीक्राफ्ट का सामान बनाना शुरू कर दिया गया है। तथा एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश की सीमाएं खोलने के बाद बड़े सप्लायरों को सामान भेजा जाएगा जो आर्डर लॉकडाउन से पहले आए हुए हैं। उन सभी को पहले पूरा किया जाएगा उसके बाद नया ऑर्डर मिलने पर उन्हें पूरा किया जाएगा।
दो महीने से लॉक डाउन ते बाद अनलॉक 01 शुरू होते ही छोटे उद्योगों को छूट मिलने के बाद नगर में चलने वाला हेंडीक्राफ्ट उद्योग मे भी गतिविधियां शुरू हो गई हैं। और हेंडीक्राफ्ट के कारीगर अपने अपने काम पर आ गए हैं तथा हेंडीक्राफ्ट के सामान बनाने शुरू कर दिए हैं।
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- Source: Hindustan