पुलिस प्रशासन बार-बार लोगों को गली मौहल्लों व बाजारों में दौड़ भाग करके कोरोना महामारी से बचने के लिए भीड़ भाड़ वाली जगहों पर न जाने, गली मौहल्लों में जमघट लगा कर न बैठने, घर से निकलते समय अपने मुंह पर मास्क लगाकर निकले व कोरोना महामारी से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन व सरकार का सहयोग करने की अपील करती घूम रही थी। लेकिन नगर की जनता पुलिस प्रशासन की अपील को दरकिनार करती चली आ रही थी। लोगों ने लाॅक डाउन के नियमों व कोरोना महामारी को मजाक में ले रखा था। नगर में बाहरी राज्यों से लोगों को लाॅक डाउन में आने व जाने की ढील मिलते ही भारी संख्या में लोग बिना जांच पड़ताल के ही अपने घरों में रह रहे हैं। लेकिन उनके आने की सूचना वार्ड सभासद व मौहल्ले के लोग भी पुलिस प्रशासन व प्रशासनिक अधिकारियों तक नहीं दे पा रहे हैं। जिसका परिणाम नगर वासियों के सामने आ गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नगर के मौहल्ला मानकचंद निवासी ओमप्रकाश अग्रवाल (बर्तन वालों)की पत्नी मनोहुरमा, 75 वर्ष, लाॅक डाउन से पहले दिल्ली में रह रहे अपने पुत्र के घर गई हुई थी। बताया जाता है 1 जून को लाॅक डाउन में लोगों को आने जाने की ढीलाई मिलते ही उनके बड़े पुत्र ने नगीना से एक प्राईवेट गाड़ी में अपने 12 वर्षीय पुत्र हर्ष को भेजकर माता जी को लेने भेज दिया। वह शाम तक दिल्ली से नगीना अपने घर आ गई थी। बताया जाता है दिल्ली में रह रहे उनके पुत्र राजीव अग्रवाल की 1 जून को कोरोना जांच हुई। जोकि उन्होंने अपने परिवार के परेशान होने के कारण परिवार के लोगों को कोई उसकी जानकारी नहीं दी। बताया जाता है, 3 जून को दिल्ली में रह रहे राजीव अग्रवाल की कोरोना पोजिटिव रिपोर्ट आते ही उनके पूरे परिवार को दिल्ली में उपचार के लिए क्वरंनटाइन किया गया। राजीव अग्रवाल ने नगीना में अपने बड़े भाई को माता जी की व पूरे परिवार की जांच कराने के लिए कहा। इस खबर की जानकारी मौहल्ले के लोगों में फैल गई। खबर की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन व प्रशासनिक अधिकारी हरकत में आ गये। और मेडिकल टीम को ओमप्रकाश अग्रवाल के घर ले जाकर उनकी पत्नी मनोहुरमा देवी 75 वर्ष व उनके पोते 12 वर्षीय हर्ष के सैम्पल जांच के लिए भेज कर उनको घर में ही क्वरंनटाइन रहने को कहा।
जब 5 जून की रात्रि को महिला बुजुर्ग की रिपोर्ट पोजिटिव व पोते की रिपोर्ट निगेटिव आते ही पुलिस प्रशासन व प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ पांव फूल गये। यह खबर पूरे नगर में फैलते ही। मानकचंद व आसपास के मौहल्लों के लोगों की नींद उड़ गई। पूरे नगर में सनसनी फ़ैल गई। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने कोरोना पोजिटिव बुजुर्ग महिला को आज सुबह मुरादाबाद उपचार के लिए भेजा।पूरे परिवार को घर में ही क्वारंटाइन किया। मानकचंद मौहल्ले को सेनिटाइज कराकर पूरे मौहल्ले व 250 मीटर की दूरी के ऐरिये, मीना बाजार, बड़ा मंदिर, सर्राफा बाजार, बारादरी,सुनहरी मस्जिद व जामा मस्जिद से पहले गन्देनाले के पास डाक्टर अज़ीम की दुकान व मदन बुक सेलर, वैदिक कन्या इंटर कालेज,आर्य समाज के सामने बल्लीया लगाकर रास्तों को सील किया गया है। 17 लोगों को चिन्हित करने की जानकारी मिल रही है। समाचार भेजें जाने तक उन चिन्हित लोगों की जांच सैम्पल व उन्हें क्वारंनटाइन की जानकारी अभी नहीं मिल पायी है।
उधर नगीना के एल आर एस डिग्री कॉलेज में क्वारंनटाइन सेन्टर में भर्ती तीन युवाओं की आज दोपहर कोरोना पोजिटिव रिपोर्ट आने से दो मौहल्लों के लोगों में हड़कंप मच गया। मौहल्ला पटेरी में फ़ैज़ 20 वर्ष पुत्र अ0सलाम, मौहल्ला कायस्थ सराय निवासी दानिश 25वर्ष पुत्र मनीरूउददीन,मौ0अरबाज 17 वर्ष पुत्र महबूब आलम । तीनों मुम्बई से अपने घर आये थे । दोनों मौहल्लों को सेनिटाइज किया जा रहा है। दोनों मौहल्लों को सील करने की तैयारी। तीनों युवकों के सम्पर्क में आने वाले लोगों की सूची तैयार करने में पुलिस जुटी। नगीना में दो दिन में 4 कोरोना पोजिटिव रिपोर्ट आने से पूरे नगीना में सनसनी फ़ैली हुई है। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।