उसका शव बाथरूम में पड़ा मिला। मकान मालिक की सूचना पर पहुंची पुलिस को दरवाजा भीतर से बंद मिला। दरवाजे का कुंदा तोड़कर पुलिस शव तक पहुंची। मृतक की पहचान चैतन्य भारद्वाज पुत्र आभास कुमार झा, निवासी गांव व थाना दतिया, जिला पश्चिम चंपारण, बिहार के रूप में हुई है।
डेढ़ माह पहले किराए पर लिया था कमरा
मकान मालिक विनोद कुमार ने पुलिस को बताया कि चैतन्य करीब डेढ़ महीना पहले उनके मकान में किराए पर रहने आया था। चैतन्य अकेला रहता था। उसने खुद को गोली कब और क्यों मारी, यह पता नहीं चल सका। चैतन्य ने जिस पिस्टल से खुद को गोली मारी, वह दोनों पांवों के बीच पड़ी थी। पुलिस ने चैतन्य के कपड़ों एवं कमरे पर रखे सामान की तलाशी ली, लेकिन कुछ नहीं मिला।
मौके पर पहुंचे बैंक अधिकारी और पुलिस अफसर
चैतन्य किराए के कमरे में रहता था। उस कमरे से सटे एक अन्य कमरे में और सामने की ओर दूसरे कमरे में दो पुलिसकर्मी रहते हैं। घटना के समय दोनों पुलिसकर्मी कमरे पर नहीं थे। वहीं मकान मालिक विनोद कुमार ने बताया कि उन्हें एवं अन्य किसी को गोली चलने की आवाज नहीं आई। थाना प्रभारी निरीक्षक संजय पांचाल, दरोगा यशवीर मलिक सहित पुलिस बल, एसबीआइ के क्षेत्रीय प्रबंधक आरपी सिंह, ब्रांच मैनेजर बाबूराम सहित कई बैंक कर्मी मौके पर पहुंच गए। घटना की सूचना परिजनों को दे दी गई है।