वहीं गांधी मूर्ति चौक पर अभिषेक विलियम की आत्मा की शांति को मौन भी रखा। मोहल्ला आंबेडकर नगर निवासी सुशील कुमार का 22 वर्षीय पुत्र अभिषेक विलियम उन्नाव के सरस्वती मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस कर रहा था तथा वर्तमान में वह दूसरे सेमेस्टर की पढ़ाई कर रहा था। चार दिन पहले अभिषेक विलियम का शव शव हास्टल के कमरे में लटका मिला था। सूचना पर उन्नाव पहुंचे। यहां अभिषेक के पिता सुशील कुमार ने चार साथियों पर अभिषेक विलियम की हत्या करके शव को हॉस्टल के कमरे में लटकाने का आरोप लगाते हुए उन्नाव के सेहरामऊ थाने में तहरीर दी थी, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
उधर बुधवार की शाम करीब सात बजे अभिषेक विलियम की आत्मा की शांति के लिए मोहल्ला आंबेडकर नगर में एकत्र हुए बड़ी संख्या में महिला-पुरुष, युवा व बुजुर्गों ने कैंडल मार्च निकाला। कैंडल मार्च के गांधी मूर्ति चौक पर पहुंचने के बाद मूर्ति के चारों ओर कैंडल लगाकर अभिषेक विलियम की आत्मा की शांति को दो मिनट का मौन रखा। अभिषेक के परिजनों का कहना था, कि उन्होंने सबकुद दांव पर लगाकर उसका प्रवेश एमबीबीएस में कराया था, कितु उसके साथियों द्वारा विश्वासघात करके उनके बेटे की हत्या क दी।
आंदोलित परिजनों एवं नागरिकों ने नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग आला प्रशासनिक एवं पुलिस अफसरों से की। कैंडल मार्च में डा. राहुल त्यागी, मुकेश सैनी एडवोकेट, जय प्रकाश एडवोकेट, शिक्षक मुकेश चौहान, सचिन रूहेला, ब्रजमोहन सिंह, मृतक के पिता सुशील कुमार, भाई नीशू विलियम, मां डॉ. नीता सिंह, कमलेश दिवाकर, प्रमोद चौहान, रामलाल, जसवंत सिंह, प्रधानाचार्य राम बहादुर वर्मा, मानस अग्रवाल, रितेश जैन, दीपक सिघल, धर्मपाल सिंह, संजय, कामिनी दिवाकर, लतेश कुमारी कुमारी सहित सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरुष, युवा व बुजुर्ग मौजूद रहे। कैंडल मार्च में सभी नागरिकों की आंखें नम थी।