मोहल्ला अंबेडकर नगर निवासी सुशील कुमार का पुत्र अभिषेक विलियम (22) सोहरामऊ के सरस्वती मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस द्वितीय सेमेस्टर की पढ़ाई कर रहा था। दो दिन पूर्व उसका रूम पार्टनर अपने घर चला गया था। परिजनों ने रविवार सुबह जब उसे कई बार फोन किया तो फोन रिसीव नहीं हुआ। जिसे लेकर उसके माता-पिता बेचैन हो गए। उन्होंने कॉलेज वार्डन को इसकी सूचना दी। वार्डन ने जब अभिषेक के हॉस्टल का कमरा खुलवाने कोशिश की तो कमरा अंदर से बंद था। वार्डन ने खिड़की से झांक कर देखा तो उसका शव पंखे में लटका हुआ था। मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्र के शव को पंखे से नीचे उतारा और परिजनों की घटना की सूचना दी। देर रात नगीना ने छात्र के परिजन उन्नाव पहुंचे और पुलिस ने उसके शव का पोस्टमार्टम कराया।
परिवार के लोग सोमवार दोपहर शव लेकर नगीना पहुंचे। परिजनों व अन्य संबंधियों में बताया कि छात्र का 25 अप्रैल को साथी छात्रों के साथ झगड़ा हुआ था। जिसे लेकर पुलिस अभिषेक सहित दोनों पक्षों के दस छात्रों को थाने ले गई थी। कॉलेज प्रबंधन ने समझौता कराते हुए सभी छात्रों को थाने से छुड़वा दिया था। इस बात को लेकर छात्र को कई बार धमकी मिल चुकी थी। जिसके बाद से वह तनाव में था। परिजनों का आरोप है कि झगड़े की घटना को लेकर साथी छात्र उससे बदला लेने की फिराक में लगे हुए थे। मौका पाकर रविवार को उनके बेटे की हत्या कर शव पंखे में लटका दिया। परिजनों ने अभिषेक के शव का पोस्ट मार्टम कराने के बाद कॉलेज प्रशासन और उसके साथ पढ़ रहे चार छात्रों अक्षय कुमार, मोहम्मद रेहान, सुधांशु, रुद्राक्ष यादव के खिलाफ हत्या का आरोप लगाते हुए उन्नाव के सोहरामऊ थाने में तहरीर दी। परिजन युवक के शव के नगीना ले आए और यहां ईसाई रीति रिवाज के अनुसार फादर एलि प्रिंस ने शांति प्रार्थना कराई। इसके बाद शव को अंमित संस्कार के लिए बिजनौर ले जाया गया।