सड़कों पर ओले पड़ने से शहर का नजारा शिमला जैसा दिखा। जिले में भंयकर ओलावृष्टि होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। बारिश व ओलावृष्टि होने से जनपद के अधिकतम तापमान में 2.8 डिग्री सेल्सियस की कमी रिकार्ड की गई। बुधवार को जिले का अधिकतम तापमान 19.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 9.9 डिग्री सेल्सियस पहुंचा गया। ओलावृष्टि से दलहन व तिलहन फसलों को भारी नुकसान हुआ, जबकि गन्ने का अगोला खराब होने से किसानों के सामने पशुचारे का संकट पैदा हो गया।
चांदपुर : बुधवार शाम को अचानक बारिश और तेज हवा शुरू हो गई। मंगलवार रात्रि भी आसमान में बादल छाए रहने के साथ बारिश हुई और तेज हवा चली। बारिश व ओलावृष्टि होने से मौसम पूरी तरह ठंडा हो गया। क्षेत्र में करीब दस मिनट तक ओला गिरा। जिससे सड़कों पर सफेद चादर से बिछी नजर आई और मौसम भी पूरी तरह ठंड हो गया। लेकिन, कुछ देर बाद ही मौसम साफ हो गया और धूप खिल गई।
धामपुर : तेज हवा के साथ बारिश व ओलावृष्टि होने से मौसम ठंडा हो गया। ओला सड़कों पर पड़ा होने से शहर का स्वरूप हिमाचल व कश्मीर जैसा दिखाई दिया। लोगों ने घरों से ओले को हटाया। उधर अफजलगढ़ क्षेत्र में पिछले दो-तीन दिनों से अफजलगढ़ क्षेत्र में बारिश हो रही है, जिसके कारण खेतों में पानी भर गया है। क्षेत्र के किसान सरसों की फसल काटने का मन बना रहे हैं, लेकिन बारिश उनके लिए आफत बन रही है।
नगीना : बुधवार सुबह से ही आकाश में घने काले बादल छाये रहे, जिसके चलते सायं चार बजे से बिजली की तेज चमक व बादलों की तेज गड़गड़ाहट के साथ क्षेत्र में तेज बारिश के साथ साथ जोरदार ओलावृष्टि होना शुरू हो गई। देखते ही देखते नगर की सड़कों ने ओलों की सफेद चादर ओढ़ ली, जिसके कारण मौसम में एक बार फिर ठिठुरन बढ़ गई। कृषि अनुसंधान मौसम वेधशाला के प्रेक्षक आरके शर्मा के अनुसार मौसम खराब बने रहने की संभावनाएं हैं। क्षेत्र में हुई तेज वर्षा के साथ भारी ओलावृष्टि से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया। ओलावृष्टि से किसानों के खेतो में खड़ी सरसों की फसल को नुकसान पहुंचने की संभावनाएं हैं।