सपा-बसपा गठबंधन ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे की सूची जारी कर दी है। बिजनौर व नगीना (सुरक्षित) सीट पर बसपा प्रत्याशी चुनाव लड़ेगा। बसपा ने दोनों सीटों पर पहले से ही लोकसभा प्रभारी बना रखे हैं। पिछले दिनों सपा व बसपा के गठबंधन के बाद दोनों सीटें बसपा के खाते में जाने की संभावना के मद्देनजर सपा के जिलाध्यक्ष अनिल यादव, पूर्व मंत्री मूलचंद चौहान, स्वामी ओमवेश, तीनों विधायक तसलीम अहमद, मनोज पारस, नईमुलहसन, पूर्व सांसद यशवीर ¨सह, कमलेश भुईयार, पूर्व सांसद शीशराम रवि, पूर्व जिलाध्यक्ष राशिद हुसैन आदि ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की थी। सपा नेताओं ने राष्ट्रीय अध्यक्ष से दोनों में से एक सीट पर दावेदारी की थी। सपा नेताओं का तर्क था कि नगीना संसदीय सीट से पार्टी के तीन विधायक हैं। ऐसे में उक्त सीट पर पार्टी की स्थिति काफी अच्छी है। सीट न मिलने से सपा के नेताओं में मायूसी है। हालांकि उनका कहना है कि वह गठबंधन के प्रत्याशी के पक्ष में जी-जान से जुटेंगे। नगीना के तीन सीटों पर सपा के तीन विधायक
नगीना सुरक्षित सीट पर समाजवादी पार्टी काफी मजबूत स्थिति में है। संसदीय सीट के विधानसभा क्षेत्र नगीना (सुरक्षित) से सपा के मनोज पारस, नजीबाबाद से तसलीम अहमद व नूरपुर से नईमुलहसन विधायक हैं। नगीना सीट पर मनोज पारस दूसरी बार विधायक हैं। पांच विधानसभा सीटों में से तीन पर पार्टी का विधायक होने के बावजूद लोकसभा सीट सपा को नहीं मिली।
नूरपुर विधासनभा के उपचुनाव में सपा ने बिना गठबंधन के साइकिल दौड़ा दी थी। सत्ताधारी भाजपा ने उपचुनाव सीट जीतने के लिए पूरी ताकत झोंकी थी। इतना ही नहीं बसपा ने समर्थन की कोई अधिकारिक घोषणा भी नहीं थी, लेकिन सपा ने उपचुनाव में अपना परचम फहरा दिया था।