शास्त्री चौक पर शनिवार देर शाम एकत्र हुए पूर्व सैनिकों ने कैंडिल मार्च निकाला। कैंडिल मार्च सिविल लाइन से होता हुआ पालिका चौक पहुंचा। यहां इन शहीदों को ्श्रद्धाजंलि देते हुए केंद्र सरकार से इस घटना में शामिल दहशतगर्दो को सख्त से सख्त सजा दिलाए जाने की मांग की गई। कैंडिल मार्च में डॉ. हर्ष निधि, डॉ. नीलम ¨सह, डॉ. मीना बख्शी, अर¨वद वर्मा, हर¨जदर कौर, मुकुल जैन, टीकम ¨सह, रक्षा शर्मा, मीनल शर्मा, आनंद कुमार, वृक्षराज व रूपम समेत बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक एवं उनके परिजन शामिल थे। उधर आभास महासंघ के जिलाध्यक्ष गामेंद्र ¨सह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने 44 जवानों की शहादत की ¨नदा करते हुए कैंडिल मार्च निकाला। कैंडिल मार्च पालिका चौक पर पहुंचा। कैंडिल मार्च में राजेंद्र ¨सह, आसिफ इदरीसी, गौतम बौध समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल थे। वहीं, मुस्लिम फंड के मुख्य कार्यालय में हुई शोकसभा की अध्यक्षता करते हुए प्रबंधक अब्दुल रहमान ने कि आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में ¨नदा करते हैं। शोकसभा में जियाउद्दीन तालिब, जमील खान, मोहम्मद इलियास, जौहर अख्तर, अनिल कुमार व चौधरी नरदेव ¨सह आदि शामिल रहे। आयकर बार अधिवक्ताओं की शोकसभा विवेक अग्रवाल एडवोकेट के कार्यालय में ललित शर्मा एडवोकेट की अध्यक्षता में हुई शोकसभा में दो मिनट का मौन रख कर दिवंगत सैनिकों की आत्मा की शांति को प्रार्थना की गई। इस मौके पर वीके गुप्ता, शशांक राजपूत, अमित, मोहम्मद तारिक, रोहित, मुकुल विश्नाई आदि एडवोकेट मौजूद थे। खारी स्थित शिवमंदिर परिसर में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन की बैठक में दिवंगत सैनिकों की आत्मा की शांति को दो मिनट का मौन गया। बाद में प्रधानमंत्री को पत्र भेज कर सैनिकों पर हमला करने वालों के सहयोगियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की। इस मौके पर डॉ. अख्तर हुसैन अंसारी, डॉ. परवीन ¨सह, पंडित सुमन कुमार शर्मा, महेंद्र निरंकारी, ओम प्रकाश सैनी, अकबर, हुकुम ¨सह व प्रीति गिरि आदि मौजूद रहे। इसके अलावा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और इंटरनेशनल नेचरोपैथी संगठन की अलग-अलग हुई बैठक में हमले की ¨नदा करते हुए दहशतगर्दो के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की गई। इन बैठकों में राजपाल ¨सह, अनिल कांबोज, डॉ. सविता शर्मा, रामप्यारी, डॉ. सुनील राजपूत व जसवीर ¨सह आदि मौजूद रहे।
बिजनौर : पूर्व सैनिकों ने पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले में शहीद हुए सैनिकों को भावभीनी श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडिल मार्च निकाल गया।
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- Source: Jagran