हिचकोले लेते वाहन चालकों ऐसा महसूस होता है जैसे वे ऊंट की सवारी कर रहे हों। कई जगहों पर तो गड्ढों में सड़क ढूंढ़नी पड़ती है। आए दिन यहां हादसे होते रहते हैं, सबसे अधिक परेशानी दुपहिया वाहन चालकों को झेलनी पड़ रही है।
नगीना चौराहे का हाल बेहाल
नगीना चौराहा शहर का मुख्य चौराहा है। यहीं से नहटौर, बिजनौर, नगीना व कालागढ़ के लिए मार्ग जाते हैं। लेकिन नगीना चौराहे पर गड्ढों की भरमार है। सभी मार्गों से आने वाली बसें यहीं रुकती हैं, साथ ही प्राइवेट बसें, टैंपो, मिनी मैट्रो व अन्य वाहन भी यहीं रुक कर सवारियां बैठाते हैं। जिस कारण यहां जाम की स्थिति बनी रहती है। ऐसे में यहां मौजूद गड्ढों से वाहनों को गुजरने में काफी परेशानी होती है। नगीना चौराहे से नहटौर की ओर जाने वाले रास्ते पर कई गड्ढे तो एक-एक फिट गहरे हैं जिनमें दुपहिया वाहन चालक असंतुलित हो कर गिर जाते हैं। यहां से आगे रेलवे पुल की ओर जाने वाला रास्ता भी पूरी तरह खराब है।
पुराना धामपुर चौराहे पर बना रहता हादसों का डर
नगीना चौराहे से कालागढ़ मार्ग पर जाने वाले वाहनों को भी इसी तरह की परेशानी झेलनी पड़ती रही है। पुराना धामपुर चौराहा व्यस्ततम चौराहा है, पुराने धामपुर से मुख्य बाजार की ओर, यहां से रास्ता जाने के कारण वाहनों की आवाजाही यहां बहुत है। लेकिन चौराहे के आसपास की अधिकांश रोड गड्ढों से भरी पड़ी है। पुरानी रोड का कुछ हिस्सा उखड़ जाने के कारण यहां पत्थर बिखरे पड़े हैं, जिससे दुपहिया वाहनों के फिसलने का डर बना रहता है।
धूल के कारण वाहन चलाना मुश्किल
शेरकोट मार्ग पर भी यही हाल देखने को मिलता है। यहां भी टीचर्स कालोनी व इंद्रा नगर के आस पास सड़क कई जगहों पर खराब है। टूटी सड़क के कारण उड़ने वाली धूल से वाहन चलाने में भारी परेशानी होती है। इन दिनों चल रहे गन्ने के ट्रकों व ट्रैक्टर ट्रालियों ने यह समस्या कई गुना बढ़ा दी है। ओवर लोड ट्रकों के बराबर से निकलना व सड़क के गड्ढों से बचते हुए सुरक्षित निकलना वाहन चालकों के लिए बड़ी चुनौती साबित होता है।
रात के समय हादसों का डर अधिक
रात के समय हादसों का डर और अधिक बढ़ जाता है। भारी वाहनों के चलने से दुपहिया वाहन चालकों की परेशानी और बढ़ जाती है। टूटी सड़क और धूल का गुबार सड़क पर चलना मुश्किल कर देते हैं।
एक माह में ही पैच वर्क उखड़ना शुरू
प्रशासन की ओर से पिछले माह गड्ढों पर पैच वर्क किया गया था। लेकिन एक माह के अंदर ही पैच वर्क उखड़ना शुरू हो गया। जिससे पत्थर और मिट्टी रोड पर फैलने लगी है, यह पत्थर ही वाहन चालकों के लिए बड़ी परेशानी का सबब बने हुए हैं। एक माह में ही पैच वर्क उखड़ने से प्रशासन द्वारा कराए गए काम की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं।
"नहटौर-धामपुर मार्ग के निर्माण का कार्य इस माह के अंत तक शुरू हो जाएगा। साथ ही धामपुर-शेरकोट मार्ग के गड्ढे भरने व मरम्मत के लिए संबंधित विभाग को कहा जाएगा, जिससे समस्या का समाधान जल्द हो सके।" - वीरेंद्र कुमार मौर्य, एसडीएम धामपुर।