इस घटना के विरोध में लोगों ने जमकर हंगामा किया। प्रदर्शनकारियों ने कई दलों के बैनर और झंडियों को फूंक डाला। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस प्रशासन के केस के खुलासे के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। इसके बाद हत्याभियुक्तों के गिरफ्तार नहीं होने पर आंदोलन को तेज करने की चेतावनी दी है। घटना की सूचना मिलने पर एसपी (देहात) धर्मवीर सिंह ने मौके का मुआयना किया।
मोहल्ला मजीदगंज निवासी राशन डीलर इमरान (25) मंगलवार की शाम करीब सात बजे घर पर ही था। पुलिस के मुताबिक चार नकाबपोश बदमाश इमरान के घर पहुंचे। बदमाशों ने इमरान से मिलने की बात कहकर दरवाजा खुलवाया। इससे पहले कि घर में मौजूद इमरान की पत्नी व एक अन्य महिला कुछ समझ पातीं, बदमाशों ने घर पर ही आराम कर रहे इमरान पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। इमरान के सीने और सिर में कई गोलियां लगी है। घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश आसानी से फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही सीओ रामानंद कुशवाहा, थाना प्रभारी तेजेंद्र यादव एवं पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए।
गुस्साए लोगों ने हत्या के विरोध में जमकर विरोध किया। आसपास लगी राजनीतिक दलों की झंडियां और बैनर फाड़ दी। इस घटना को गंभीरता से लेते हुए एसपी सिटी एमएम बेग ने भी
घटनास्थल का दौरा किया तथा परिजनों से घटना की जानकारी की। पुलिस ने बताया कि इमरान पर डेढ़ माह पूर्व 31 अक्तूबर को सुबह करीब साढ़े नौ बजे मुर्गी फार्म जाते समय लोहिया धर्मशाला के निकट बाइक सवार बदमाशों ने जानलेवा हमला किया था, जिसमें इमरान गंभीर रूप से घायल हुआ था।
एक राहगीर युवक अर्चिन भी हमले में घायल हुआ था। इमरान की पत्नी रूबिया ने दो नामजद आरोपियों सहित तीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। क्षेत्रवासियों को गुस्सा है कि पुलिस ने इमरान पर हुए हमले को गंभीरता से नहीं लिया, जिससे बदमाशों ने उसके घर पर ही उसे मार डाला। पुलिस ने परिजनों को हत्याभियुक्तों के शीघ्र गिरफ्तारी का आश्वासन देकर उनके गुस्से को शांत किया। विधायक हाजी तस्लीम अहमद ने इमरान के घर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया।