सह जिला विद्यालय निरीक्षक सत्यवीर सिंह ने जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि वित्तीय वर्ष 2016-17 में कक्षा 11 और 12 में कुल 7740 छात्र-छात्राओं ने छात्रवृत्ति के आवेदन पत्र विद्यालयों में जमा किए थे। जिनमें से कॉलेज की ओर से 6,655 आवेदन पत्रों को ही वेरीफाई किया गया है। इसी प्रकार स्नातक और स्नातकोत्तर कक्षाओं के 29,701 छात्र-छात्राओं ने आवेदन पत्र कॉलेजों में जमा किए । उसमें से कॉलेज की ओर से 23,273 आवेदन पत्रों का सत्यापन किया गया है। जिला समाज कल्याण अधिकारी की रिपोर्ट के मुताबिक कक्षा नौ और दस में सामान्य जाति में 75, अनुसूचित जाति के 621, अनुसूचित जन जाति के चार, कक्षा 11 और 12 में सामान्य जाति के 279, अनुसूचित जाति के 1179, अनुसूचित जन जाति के आठ छात्रों के छात्रवृत्ति शुल्क प्रतिपूर्ति आवेदन पत्र स्कूलों द्वारा सत्यापित नहीं किए गए हैं।
नियमानुसार शिक्षण संस्थाओं को आवेदन पत्रों का या तो अग्रसारित किया जाए या रिजेक्ट किया जाना चाहिए। अब 7511 छात्र छात्राओं के फार्म सत्यापित न होने से छात्रवृत्ति से वंचित रह सकते हैं। उन्होंने संबंधित कॉलेजों के प्रधानाचार्यों से पांच नवंबर तक छात्रवृत्ति के फार्म को अग्रसारित करने के निर्देश दिए हैं। ऐसा न होने पर संबंधित प्रधानाचार्य जिम्मेदार होंगे।
Friday, 04 November 2016 07:15
बिजनौर जिले में वजीफे से वंचित रह सकते हैं साढ़े सात हजार छात्र
Written by Nagina.Netबिजनौर में जिले के करीब साढे़ सात हजार छात्र-छात्राओं के छात्रवृत्ति फॉर्म स्कूलों से अग्रसारित नहीं होने से उन्हें छात्रवृत्ति से वंचित रहना पड़ सकता है। स्कूलों को छात्रवृत्ति के फार्म को अग्रसारित करने के लिए पांच नवंबर तक का अंतिम मौका दिया गया है।
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- Source: AmarUjala
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