मुख्य अतिथि जमीअतुल उलेमा-ए-हिंद के जिला सदर कारी अरशद महमूद ने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का मिल्लते इस्लामिया के साथ वह मजबूत रिश्ता है जिसको तोड़ा नहीं जा सकता। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड देश का एक अभिन्न अंग है। कहा कि कुछ सांप्रदायिक ताकतें शरीयत में दखलंदाजी करके मुस्लिमों की भावनाओं से खिलवाड़ कर रहीं है। कहा कि कुरान की हिदायतों पर अमल करना और शरीयत के अनुसार अपने धार्मिक रीति-रिवाजों पर चलना हमारी धार्मिक स्वतंत्रता है। कांफ्रेंस में 12 नवंबर को अजमेर शरीफ में आयोजित इजलास के लिए देवबंद से स्पेशल ट्रेन अजमेर जाने की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में मुफ्ती नईम कासमी को गांव भनेड़ा से जुड़े 42 गांव का जमीअतुल उलेमा-ए-हिंद का सदर बनाया गया। मौलाना अरशद महमूद की अध्यक्षता एवं शम्सुद्दीन कासमी के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में मुफ्ती इसरार, मुफ्ती शाहनवाज, मौलाना शहजाद, कारी मुर्सलीम, कारी शुऐब, मौलाना कय्यूम, कारी याहिया,मौलाना असलम, अतीक अहमद, मास्टर आबिद सहित अनेक जिले के उलेमाओं ने शिरकत की।