बुधवार को यहां एक बैंक्वट हॉल में सुभाषिनी अली ने पत्रकार वार्ता में कहा कि धर्म के इस्तेमाल पर राजनीति में रोक के लिए माहौल बने। सब को मिलकर इसके लिए मुहिम चलानी चाहिए। उन्होंने कहा कि दंगों में सदैव गरीब लोग मारे जाते हैं, पकड़े भी वही जाते हैं। सबसे ज्यादा गरीबों का नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि देश में पिछले दस-पंद्रह सालों मेें जो मालदार था ,वह मालदार बना रहा। गरीब - गरीब ही रहा। उन्होंने कहा तीन प्रतिशत लोग ऐसे हैं, जिन पर सारी सुख सुविधा है। 97 प्रतिशत लोग परेशानी की हालत में हैं। इसी तरह पूरी दुनिया में 10 प्रतिशल लोग सारी सुख सुविधा भोग रहे हैं। बाकी 90 प्रतिशत लोग परेशान हैं।
सुभाषिनी अली ने कहा कि पेद्दा की घटना पूरे देश व वेस्ट यूपी में चर्चा में रही है। उन्होंने कहा कि यह घटना दुखद है। उन्होंने कहा स्कूल जाती लड़कियों से छेड़खानी को लेकर ये घटना हुई है। पूर्व सांसद ने कहा कि गरीबों के घर पर मकानों से गोली चलाई गई। तीन लोगों की इसमें मौत हुई। प्रशासन ने तेजी से काम करके हालात पर काबू पाया। यही वजह रही कि इस घटना का असर आसपास के इलाकों में नहीं हुआ। प्रशासन ने माहौल को शांत करने में काफी मेहनत की। उन्होंने कहा कि वह पेद्दा की घटना को लेकर डीएम-एसपी से भी मिली हैं। घायलों में दो महिलाओं हकीकन व नसीमा का नाम नहीं जोड़ा गया है। अस्पताल में गए तो देखा कि जिस कमरे में घायल भर्ती है, उसके बराबर का कमरा खाली पड़ा है। उन्होंने चिकित्सक से कहा कि वह अभी अस्पताल से घायलों की छुट्टी न करें। अफसरों से कहा कि पूरी घटना की जांच करे, जो भी दोषी हो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि वेस्ट यूपी पहले से ही संवेदनशील है। वेस्ट यूपी में पहले मेरठ का नाम ऐसी घटनाओं में आता था। सब को सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं से आम किसान का नुकसान हो रहा है। इस इलाके में गन्ने से खुशहाली रहती है। पहले कभी इस इलाके में हिंदू - मुस्लिमों के बीच खाई नहीं थी। पिछले तीन सालों में लोगों की एकजुटता में कमी आई है। इसका पूरा असर किसानों पर पड़ा है। इससे किसी का फायदा नहीं होता। इसके खिलाफ सब आवाज उठाएं। इस मौके पर स्टेट कमेटी के सदस्य डीपी सिंह, रामपाल सिंह, जिला मंत्री बलवंत सिंह, राजेंद्र राजपूत आदि मौजूद रहे।
पीड़ितों का दर्द सुनकर छलक आए आंसू
बिजनौर। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की पोलित ब्यूरो मेंबर सुभाषिनी अली जिला अस्पताल में पेद्दा कांड के पीड़ितों से मिलने पहुंची। पीड़ितों का दुखड़ा सुनकर उनकी आंखों में आंसू आ गए। इस दौरान मृतक अनीसुद्दीन की पत्नी जरीना भी फूट-फूट कर रो पड़ी। बुधवार की दोपहर सुभाषिनी अली ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना। पीड़ितों का दुखड़ा सुनते सुनते वह भावुक हो गईं। उनकी आंखों से आंसू छलकने लगे। सुभाषिनी ने मृतक अनीसुद्दीन की पत्नी जरीना के पास पहुंची तो वह फूटफूट कर रोने लगी। सुभाषिनी ने जरीना को तसल्ली देते हुए कहा कि सब कुछ ठीक हो जाएगा। पीड़ितों ने उनसे सिर्फ इंसाफ की गुहार लगाई। पीड़ितों ने कहा कि उन्हें कुछ नही चाहिए बस इंसाफ चाहिए। सुभाषिनी ने अन्य घायलों से मुलाकात की। घायलों ने बताया कि उन्हें अस्पताल से घर भेजने के लिए कहा जा रहा है। सुभाषिनी ने कहा कि जब तक घायल बिल्कुल ठीक नही हों जाते, तब तक उन्हे अस्पताल से नही भेजा जाएगा।