नूरपुर, धामपुर, मंडावर, हीमपुरदीपा क्षेत्र में बुखार से अब तक करीब 24 ग्रामीणों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग गांवों में कैंप कर मरीजों की जांच कर दवाई दे रहे हैं, लेकिन स्थिति में सुधार होता नहीं दिख रहा है। जिला अस्पताल में प्रतिदिन बुखार पीड़ित करीब 300 मरीज आ रहे हैं।
शनिवार को मंडावर सीएचसी पर बुखार पीड़ित 172 मरीज देखे गए। प्राइवेट अस्पतालों में भी मरीजों की भीड़ टूट पड़ी है। तीन मरीजों की हालत ज्यादा खराब होने पर उनको भर्ती किया गया है। शरीर में ज्यादा कमजोरी आने पर तीनों को ड्रिप लगाई जा रही है। बाकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी मरीजों की यही हालत देखने को मिल रही है। सीएमओ डॉ सुखबीर सिंह के मुताबिक गांव वालों को डेंगू से मलेरिया से बचाव के उपायों के बारे में बताया जा रहा है।
उधर, मंडावली थाना क्षेत्र के ग्राम जसपुर निवासी ईश्वर सिंह की 26 वर्षीय पत्नी रीतू को अचानक तेज बुखार हुआ। नजीबाबाद में प्राइवेट नर्सिंगहोम में उपचार के दौरान सुधार न होने पर जिला अस्पताल मेरठ उपचार के लिए ले जाते समय मृत्यु हो गई। महिला का शव गांव में पहुंचने पर परिजनों में कोहराम मच गया। मंडावली क्षेत्र में बुखार से इससे पूर्व भी मृत्यु हो चुकी हैं। ग्रामीणों ने अचानक बुखार से मरीजों की संख्या बढ़ने से भय व्यप्त है। उधर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी ने बुखार आदि की शिकायत होने पर तत्काल योग्य चिकित्सक से उपचार कराने की सलाह दी। वहीं आए दिन बुखार से मौत पर लोगों में भय है। गामीणों का कहना है कि समय से स्वास्थ्य विभाग की टीम गांवों मंंे कैंप नहीं करती और न ही फॉगिंग की कराई जाती है।