नार्दन रेलवे के मुख्य अभियंता आरके अग्रवाल सोमवार को सुबह रेल स्टेशन पहुंचे और निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने फुट ओवरब्रिजों पर करीब चार इंच जाली ऊपर करके लगाए जाने, सफाई व्यवस्था में सुधार कराने के निर्देश दिए। इसके बाद वह सुखरो नदी में आए उफान में बहे रेल पुल का निरीक्षण करने के लिए रवाना हो गए। यहां निरीक्षण के दौरान प्रमुख मुख्य अभियंता ने मुरादाबाद रेल डिवीजन के अफसरों को निर्देशत किया कि वह मंडल में रेल पुलों के आसपास होने वाले वैध-अवैध खनन क्षेत्रों की सूची तैयार कर डीएम एवं रेल मुख्यालय को भेजे, ताकि यह प्रकरण केंद्रीय व प्रादेशिक सचिव स्तर पर होने वाली बैठक में प्रमुखता से उठाया जा सके।
उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर ऐसे क्षेत्रों में रेल यातायात बंद भी किया जा सकता है। वहीं उन्होंने बताया कि रेल पुल की मरम्मत पर करीब 70 लाख रुपए खर्च होंगे तथा इस पुल पर 15 अक्टूबर तक ट्रेन चलाने की महकमे का प्रयास रहेगा। इस दौरान उनके साथ सीनियर डिवीजनल को-आर्डिनेशन इंजीनियर आरपी ¨सह, सीनियर डिवीजनल इंजीनियर पारितोष गौतम, सहायक मंडल अभियंता सीताराम मीना भी मौजूद थे।
यह है मामला
सुखरो नदी में आए उफान में 23 जुलाई को नदी के उपर बने पुल का एक पिलर बह गया था। उसी वक्त से इस ट्रैक पर नजीबाबाद-कोटद्वार के बीच रेल यातायात बंद है। इस कारण गढ़वाल जाने वाले यात्रियों को रोडवेज की बसों एवं डग्गामार जीपों में सफर करना पड़ रहा है।