एसडीएम घनश्याम वर्मा व कोतवाल संजय धीर द्वारा शासन की गाइडलाइन का पालन करवाने के चलते मंदिर मुक्तेश्वरनाथ के पुजारी पंडित डॉ. विपिन चंद्र त्रिपाठी ने केवल भगवान श्री कृष्ण जी के पोतड़े धोने की रस्म पूरी की।
नगीना में प्राचीन काल से श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अगले दिन भव्य रामडोल का जुलूस निकाला जाता रहा है। जुलूस को लेकर बुधवार को स्थानीय प्रशासन अलर्ट था और कोतवाल ने सुबह से ही बड़ा मंदिर पर पुलिस बल तैनात कर रखा था। दोपहर करीब ढाई बजे बर्फानी सेवा समिति के अध्यक्ष शीतांशु अग्रवाल एक कार सजवा कर लाए और उस कार में भगवान श्री कृष्ण जी के डोले को पूरी सादगी से पुजारी विपिन त्रिपाठी के साथ ले जाना चाहते थे। लेकिन सूचना मिलते ही कोतवाल संजय धीर मंदिर में पहुंच गए और एसडीएम घनश्याम वर्मा को भी बुला लिया। अधिकारियों ने पुजारी डॉ विपिन चंद्र त्रिपाठी, आयोजन समिति के साहू कपिल अग्रवाल, शीतांशु अग्रवाल, भाजपा नेता प्रमोद चौहान, लाला हरि गोपाल अग्रवाल आदि जिम्मेदार लोगों को कोरोना संक्रमण काल में शासन की गाइडलाइंस का हवाला देकर बताया कि कोई भी सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं किया जा सकता है।