स्वास्थ्य अफसरों ने इसे सिरे से नकार दिया है कि आखिर बिना सैंपल लिए पॉजिटिव घोषित करने का कोई सवाल ही नहीं उठता। अन्य बैंक कर्मचारियों की भी कोविड जांच कराई जाएगी।
बृहस्पतिवार को नगीना केनरा बैंक शाखा के एक कर्मचारी की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। इसके बाद उच्चाधिकारियों के निर्देश पर एंबुलेंस टीम बैंक पहुंची। इस कर्मचारी की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव बताते हुए उसे मुरादाबाद कोविड हॉस्पिटल ले जाने लगे। इस पर वह टीम के सदस्यों से मिन्नतें करने लगा कि वह कोरोना पॉजिटिव कैसे निकल सकता है, जब अभी तक उसका सैंपल ही नहीं हुआ। काफी गहमागहमी होने के बाद टीम उसे कोविड हॉस्पिटल ले गई।
फोन पर बातचीत के दौरान इस कर्मचारी ने बताया कि नगीना सीएचसी से चार तारीख को कोरोना की जांच के लिए उसे बुलाया गया था। चार तारीख को ही उसने अपने आधार कार्ड की कॉपी सीएचसी में कोविड जांच के लिए जमा की थी। लेकिन वहां किट खत्म होने के चलते उसकी जांच नहीं हो पाई। स्वास्थ्यकर्मियों ने उसे सात जुलाई को पौने दो बजे जांच के लिए आने को कहा। लेकिन वह जांच के लिए नहीं गया। इसके बाद से उसे पांच, छह, सात, आठ तारीखों में कोई फोन कॉल नहीं की गई । न ही वह अपनी जांच कराने अस्पताल गया। युवक ने बताया कि नौ जुलाई को उसके पास कॉल आई और थोड़ी देर बाद ही एंबुलेंस टीम बैंक में पहुंच गई तथा उसे कोविड हॉस्पिटल ले जाने लगी। आरोप है कि काफी गुहार के बाद भी टीम ने उसे अपने कमरे से कपड़े आदि जरूरी सामान भी नहीं लाने दिया।
सीएमओ डा. विजय कुमार यादव ने बताया कि बिना सैंपल लिए किसी को भी कोरोना पॉजिटिव घोषित नहीं किया जा सकता। जब आधार कार्ड जमा है तो आखिर बिना टेस्ट किए कैसे भेजा जा सकता है। इस युवक की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उसके पॉजिटिव आने की खबर सुनकर वह काफी डिप्रेशन में आ गया है, इसीलिए यह युवक अनर्गल बातें कर रहा है। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व भी नगीना के स्टेट बैंक का एक कर्मचारी भी पॉजिटिव निकल चुका है। यह युवक उसी के संपर्क में आने से संभवत: संक्रमित हुआ है। फिलहाल बैंक को बंद कराकर बैंक के अन्य स्टाफ को क्वारंटीन किया गया है, इनकी भी कोविड जांच कराई जाएगी।
उधर केनरा बैंक मैनेजर रिषभ रस्तोगी का कहना है कि बैंक के आठ कर्मचारियों के सैंपल लिए गए हैं। कोविड अस्पताल मुरादाबाद में भर्ती कर्मचारी का कहना है कि वहां उसकी कोरोना की जांच के लिए सैंपल लिए गए हैं।