आईजी रमित शर्मा ने नजीबाबाद में बसपा नेता हाजी मो. अहसान और उनके भांजे शादाब को सुपुर्द ए खाक किए जाने तक नजीबाबाद में कैंप किया। पोस्टमार्टम के बाद बुधवार को दोनों शव नजीबाबाद लाए गए। पठानपुरा स्थित बसपा एवं प्रोपर्टी डीलर हाजी मो. अहसान और उनके भांजे शादाब को देखने के लिए सैकड़ों लोग आवास पर एकत्र हो गए।
सीओ महेश कुमार, थाना प्रभारी संजय पांचाल के निर्देशन में कड़ी सुरक्षा के बीच बसपा नेता एवं उनके भांजे का जनाजा जामा मस्जिद पहुंचा। सैकड़ों लोगों ने जनाजे में शिरकत की। जनाजे की नमाज के बाद नालों वाला कब्रिस्तान में बसपा नेता हाजी मो. अहसान और उनके भांजे शादाब को सुपुर्द ए खाक किया गया। हाजी मो. अहसान और उनके भांजे के जनाजे में जनपद बिजनौर और आसपास के क्षेत्रों से आए जनप्रतिनिधियों सहित सैकड़ों लोगों ने शिरकत की। बसपा सांसद गिरीश चंद, विधायक हाजी तसलीम अहमद, पूर्व विधायक रुचि वीरा, पूर्व विधायक शीशराम, पूर्व एमएलसी सुबोध पाराशर, बसपा के मंडल कोआर्डिनेटर अखिलेश हितैषी, जिलाध्यक्ष राजेंद्र सिंह, पूर्व चेयरमैन मौअज्जम खां एड., मेराज अहमद, लियाकत अंसारी, महमूद कुरैशी, शेरबाज पठान, इंजी. मौअज्जम खां, मनोहर लाल, अवनीश अग्रवाल टांडे वाले, खुर्शीद अहमद, रफीक अंसारी, तसनीम सिद्दीकी, नफीस अहमद, सफदर आमिर सहित बड़ी संख्या में लोगों ने शिरकत की।
जगह-जगह तैनात रहा पुलिस बल
नजीबाबाद में हुए डबल मर्डर के बाद सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ने सुरक्षा की चाकचौबंद व्यवस्था की। बसपा नेता मृतक हाजी अहसान के घर के आसपास भारी पुलिस बल तैनात रहा। नगर के सार्वजनिक स्थानों और चौराहों पर पुलिस तैनात रही।
दो पिस्टल से मारीं दस गोलियां
नजीबाबाद के बसपा नेता एहसान व उनके भांजे की हत्या में दो अत्याधुनिक पिस्टल का इस्तेमाल हुआ है। दोनों पिस्टल से दस गोलियां दागी गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट गवाही दे रही है कि शार्प शूटर पूरी तैयारी से आए थे। छह गोली एहसान व चार उनके भांजे को मारी गई।
मंगलवार को नजीबाबाद के विधानसभा क्षेत्र प्रभारी हाजी एहसान व उनके भांजे शादाब की दफ्तर में घुसकर गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई। देर रात तक पोस्टमार्टम हाउस पर सीओ चांदपुर राकेश श्रीवास्तव के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात रहा। करीब एक बजे पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए। एहसान के सारी गोलियां सिर व सीने में लगीं। इससे साबित हो रहा है कि हत्यारे शार्प शूटर हैं। उन्होंने डेथ प्वाइंट पर ही गोलियां मारी हैं। इसलिए पुलिस बड़े शूटरों की कुंडली खंगाल रही है। कुछ चर्चित हत्याओं में इसी तरह की पिस्टल का इस्तेमाल हुआ है। वहीं, जिलाधिकारी से अनुमति लेकर पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया। इस दौरान वीडियोग्राफी भी हुई। एक घंटे से अधिक पोस्टमार्टम चला।