हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में भले ही भाजपा ने बहुमत हासिल कर लिया, लेकिन मुरादाबाद मंडल की सभी लोकसभा सीटों पर बहुजन समाज पार्टी ने जीत दर्ज की। नगीना लोकसभा सीट पर विजयी हुए सांसद गिरीशचंद को नजीबाबाद विधानसभा क्षेत्र से काफी जनसमर्थन मिला। हाजी एहसान बसपा के विधानसभा क्षेत्र प्रभारी थे। नगीना सीट पर बसपा की जीत के बाद बसपा में हाजी एहसान का कद और भी बढ़ गया था। हाजी एहसान की हत्या राजनीतिक द्वंद्व के चलते की गई या प्रॉपर्टी विवाद में, यह तो अभी जांच का विषय है। अलबत्ता हाजी एहसान के हत्यारे बसपा प्रत्याशी की जीत के बाद मिठाई के डिब्बे में मौत का सामान लेकर उनके कार्यालय पर पहुंचे थे।
कार्यालय दोपहर करीब ढाई बजे हाजी एहसान शीशे के दरवाजे के ठीक सामने सोफे पर बैठकर कुरान पढ़ रहे थे। अचानक दो बदमाश हाथों में मिठाई का डिब्बा लेकर बगैर रोकटोक सीधे कार्यालय के भीतर पहुंच गए। हाजी एहसान को कुरान पढ़ने से रोकते हुए उन्होंने बसपा प्रत्याशी की जीत की खुशी में मिठाई लेकर आने की बात कही। हाजी एहसान इस बात से चौंके, उनका इतना कहना ही था- क्या बात है भाई? बदमाशों ने मिठाई के डिब्बे में रखा असलहा निकालकर उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। जिससे हाजी एहसान अचेत हो गए। पास ही बैठे हाजी एहसान के भांजे शादाब ने बदमाशों की ओर झपटने की कोशिश की, तो उस पर भी गोलियां दाग दी गईं। जिससे वह भी गिर गया। घटना को अंजाम देकर भागे बदमाश मिठाई का वह खाली डिब्बा, जिसमें वे असलहा लेकर आए थे, मौके पर ही छोड़ गए।
बसपा नेता को गोलियों से भूनने की घटना पुलिस के लिए चैलेंज : आइजी
पुलिस महानिरीक्षक रमित शर्मा ने एसपी सिटी लक्ष्मी निवास मिश्र के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रतिष्ठित प्रॉपर्टी डीलर और वरिष्ठ बसपा नेता के कार्यालय पर लगे सीसीटीवी कैमरे एक्टिव नहीं होने पर हैरानी जताई। उन्होंने घटना को चैलेंज के रूप में लेते हुए जिले के पुलिस अधिकारियों को घटना के खुलासे में जुट जाने के निर्देश दिए।
मंगलवार शाम आइजी रमित शर्मा खुद उस जगह पहुंचे, जहां प्रॉपर्टी डीलर हाजी एहसान और उनका भांजा सोफे पर बैठे हुए थे। उन्होंने मार्केट में बदमाशों की एंट्री, घटना को अंजाम देने और फिर बाहर निकलने से लेकर मार्केट में और आसपास मौजूद लोगों के साथ साथ आवाजाही का बारीकी से जायजा लिया। गुरुनानक कांप्लेक्स में हाजी एहसान का कार्यालय अंतिम तीन दुकानों में है, जबकि उससे पहले कई प्रतिष्ठान हैं। हालांकि इनमें अधिकांश दुकानों के शटर बंद ही रहते हैं। माना जा रहा है कि हाजी एहसान कार्यालय पर कब पहुंचे और घटना के समय क्या कर रहे हैं, इसकी रेकी की गई है। शार्प शूटर जिस तरह मौके पर पहुंचे, माना जा रहा है कि वे हाजी एहसान के कार्यालय पर पहली बार पहुंचे थे। उन्होंने मार्केट की शुरुआत में स्थित पैथोलॉजी लैब पर पूछा कि हाजी एहसान का कार्यालय कहां है? आइजी ने बदमाशों के संपर्क में आने वाले लोगों से गहन बातचीत करने और मार्केट में संचालित एक सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगालने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दिनदहाड़े दो लोगों को उनके कार्यालय में घुसकर गोलियों से भून डालने की घटना को चैलेंज के रूप में लेने के निर्देश दिए। वहीं घटनास्थल को बारीकी से खंगालने के लिए फोरेंसिक जांच टीम मौके पर पहुंची।