जामा मस्जिद के सामने स्थित उप डाकघर में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नईम अहमद डाकघर के पूर्व पोस्टमास्टर सुनील कुमार व वर्तमान पोस्टमास्टर खानचंद की मिलीभगत से पिछले 7-8 वर्षों से खाताधारकों से रकम लेकर पास बुकों में फर्जी एन्ट्री करता रहा। फर्जी एंट्री की बदौलत करीब सवा करोड़ों रुपये के घोटाले को अंजाम दिया। एक माह पूर्व जब कुछ खाताधारक अपनी एफडी व खातों में जमा रकम को निकालने डाकघर में पहुंचे तो वहां तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नईम व पोस्टमास्टर रकम देने में बहानेवाजी करते रहे। इसी दौरान 16 जून को चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नईम लंबा चिकित्सीय अवकाश लेकर फरार हो गया। इसके बाद शक होने पर खाताधारकों ने अपनी पासबुक व एफडी आदि का कंप्यूटर से जमा रकम का मिलान कराया तो गबन का पता चला। अब तक करीब 60 से अधिक खातेधारकों ने शिकायत दर्ज कराई है। घोटाले की धनराशि सवा करोड़ तक पहुंच गई है।
इस मामले में डाक अधीक्षक बिजनौर ने दो सदस्यीय जांच दल गठित कर रिपोर्ट तलब की। टीम ने जांच के बाद डाकघर पर मौजूद दस्तावेजों को कब्जे में लेकर शिकायतें लीं। जांच टीम ने दो दिन पूर्व जॉच डाक अधीक्षक बिजनौर को सौंपी। डाक अधीक्षक बिजनौर एसके वर्मा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पोस्टमास्टर सुनील, खानचंद व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नईम को निलंबित कर दिया। शुक्रवार को उप डाकघर की शाखा में ताला लगा होने के कारण खाता धारकों की बेचैनी और बढ़ गई। एकत्र होकर नगर स्थित डाकघर पहुंचे। विनोद, प्रमोद, शादाब, डा. इदरीश, निशात परवीन, कमरजहां, माजिदा बेगम, शगुफ्ता परवीन, नरगिस, साजिदा, ऊषा, ऊमा, मन्नो आदि ने अपनी रकम के लिए हंगामा काटा। उधर, डाक अधीक्षक बिजनौर एसके वर्मा ने बताया कि उक्त तीनों लोगों को निलंबित कर दिया गया है। गबन मामले में जांच जारी है। उपडाकघर पर पोस्टमास्टर नरेंद्र चैहान को तैनात कर दिया गया है।