जामा मस्जिद के सामने स्थित उप डाकघर की शाखा में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नईम अहमद व पूर्व में तैनात पोस्ट मास्टर की मिली भगत से एक करोड़ से अधिक का गबन सामने आया है। मंगलवार को मोहल्ला मनिहारी सराय निवासी सेवानिवृत अध्यापिका माजिदा बेगम, कलालान निवासी जयप्रकाश मल्होत्रा, ग्राम नंगला लद्दा निवासी मोहम्मद अय्यूब, मोहल्ला छिप्पीपाड़ा निवासी फरहाना परवीन, चौधराना निवासी शीला देवी आदि ने डाकघर पर तैनात पोस्टमास्टर खानचंद को शिकायत दर्ज करायी थी कि उन्होंने अपने खातों में लगभग पांच लाख रुपये जमा किए थे। टीडी व एफडी आदि भी बनवाई थी। इसकी एंट्री भी नईम ने पासबुक में कर दी थी। गबन की सूचना मिलने पर पता किया तो डाकघर के कंप्यूटर में कुछ खातों में रकम की एंट्री ही नहीं है। कुछ खातों में है तो बहुत कम है। खाताधारकों का कहना है कि यदि उनकी रकम शीघ्र वापस नहीं की गई और दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो वह प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री से मिलकर कार्रवाई की मांग करेंगे।
उधर उपडाकघर पर तैनात पोस्टमास्टर खानचंद का कहना है कि उनकी इस शाखा में तैनाती को एक वर्ष ही हुआ है। जैसे ही गबन का मामला संज्ञान में आया, तभी से खाताधारकों को डाकघर में बुलाकर जांच की जा रही है। उनका कहना है कि गबन वर्ष 2009 से चल रहा है। नईम अहमद पर गबन का आरोप है। वह डाकघर पर चपरासी के पद पर तैनात है। जानकारी मिली है कि वह खाताधारकों के घर जाकर भी उनसे खाते में जमा करने के नाम पर रकम लाया है। विभागीय जांच कराई जा रही है। नईम 16 जून से चिकित्सीय अवकाश पर गया हुआ है।
अभी बढ़ेगी घोटाले की धनराशि
विभागीय जानकारों का कहना है कि यह घोटाला काफी बड़ा है। अभी तक 39 लोगों की शिकायतों में ही एक करोड़ से अधिक की धनराशि हेराफेरी उजागर हो चुकी है। जबकि सैकड़ों लोगों से धन हड़पने की जानकारी मिली रही है। धीरे-धीरे लोग अपनी शिकायतों को लेकर सामने आ रहे हैं।