सुबह आंधी के बाद शाम को करीब आधे घंटे तक तेज बारिश भी हुई। शाम करीब साढ़े पांच बजे मौसम कुछ साफ हुआ। उधर, ओलावृष्टि के बाद जिला प्रशासन भी सक्रिय हो गया है। फसलों को हुए नुकसान की रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
गुरूवार सुबह बादल तो नहीं थे, लेकिन आंधी जैसी हवा चल रही थी। करीब 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवा से मंडावर में कई स्थानों पर पेड़ टूट गए। करीब एक घंटे तक चली हवा के बाद तीन बजे उमस हुई और इसके बाद आसमान में काले बादल छाने लगे। साढ़े चार बजे हल्की बूंदाबांदी के बाद करीब पौने पांच बजे एकदम ओलावृष्टि शुरू हो गई। शुरू में ओले छोटे थे, लेकिन धीरे-धीरे इनकी रफ्तार और साइज बढ़ता गया। एक इंच से भी अधिक मोटाई के ओले करीब दस मिनट तक पड़े।
इस दौरान बिजनौर, बरुकी, मंडावर, कोतवाली, नगीना, अफजलगढ़ में ओलावृष्टि की सूचना है। करीब सवा पांच बजे तक सड़क और छतों पर टकराकर ओले कई टुकड़ों में बंटते रहे। किसानों ने खुद ओलावृष्टि सहते हुए खुले में बंधे पशुओं को पशुशाला में पहुंचाया। कुछ बच्चों ने बर्तनों में ओले एकत्र किए।
ओलावृष्टि से मंडावर समेत कई स्थानों पर गेहूं की फसल जमीन पर गिर गई है। गेहूं, सब्जी, बरसीम, आम के बौर आदि को भारी नुकसान का अनुमान है। ओला जिस सब्जी पर गिरता है, वह क्षतिग्रस्त होकर गलने लगती है। गेहूं की बाली भी ओलों की मार से टूटकर गिर जाती है। जिला कृषि अधिकारी प्रमोद सिरोही के अनुसार, ओलावृष्टि से हुए नुकसान की जांच कराकर रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।
वहीं नहटौर में आंधी तूफान आने के दौरान नहटौर धामपुर मार्ग पर कई पेड़ टूटकर रास्ते में गिर गए। गांव रायपुर मलियाबाद निवासी जसराम अपनी भैंसा बुग्गी में रेत भरकर सड़क पर जा रहा था। इसी दौरान यूकेलिप्टस का पेड़ टूटकर उसकी बुग्गी पर आ गिरा। हालांकि वह बाल-बाल बच गया। आंधी तूफान के साथ ओला पड़ने से लोग परेशान हो गए।
ओले से आम के बौर को भारी नुकसान पड़ा है। पेड़ों पर आ रहा बौर टूटकर नीचे गिर गया है। उधर, खेतों में खड़ी किसानों के गेहूं की फसल भी प्रभावित हुई है। कोतवाली देहात में कोतवाली देहात क्षेत्र के गाव शादीपुर, बरूकी, महेश्वरी जट, रोशनपुर प्रताप, कोतवाली, करौन्दा, अकबराबाद, आदि क्षेत्र में करीब चार बजे तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि होने के कारण क्षेत्र में रबी फसल को काफी नुकसान हो गया है।
वहीं नगीना स्थित मौसम वेधाशाला के पर्यवेक्षक डॉ. आरके शर्मा के अनुसार अभी एक-दो दिन और बारिश होने के आसार हैं।
ओलावृष्टि से गेहूं की फसल हुई बर्बाद
धामपुर में बृहस्पतिवार दोपहर अफजलगढ़ क्षेत्र में तेज हवा के साथ हुई ओलावृष्टि से गेहूं की फसल बर्बाद हो गई। रुक-रुक कर करीब 15 मिनट तक ओलावृष्टि हुई। किसानों का कहना है कि ओलावृष्टि से करीब 35 से लेकर 40 प्रतिशत गेहूं की फसल बर्बाद हुई है। आम का बौर झड़ने से आम की फसल को भी भारी नुकसान होने की उम्मीद है। उधर, धामपुर क्षेत्र में हाईवे पर गांव सुहागपुर के सामने विशाल पेड़ के तेज हवा के साथ जड़ से उखड़ कर हाईवे पर गया। वन विभाग के अधिकारियों ने किसी तरह से पेड़ को किनारे कर हाईवे को खुलवाया। धामपुर में ओलावृष्टि तो नहीं हुई पर तेज हवा के साथ बूंदाबांदी हुई। तेज हवा के कारण सुहागपुर के पास शीशम का पेड़ हाईवे पर उखड़ कर गिर गया। लोगों का कहना है कि जब पेड़ गिरा उस समय हाईवे से कोई वाहन नहीं गुजर रहा था। पेड़ के गिरने से हाईटेंशन की लाइन टूट गई। पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों ने किसी तरह से पेड़ को हटवाकर मार्ग का सुचारु कराया। उधर अफजलगढ़ में करीब 15 मिनट तक रुक-रुक ओलावृष्टि होने से खेतों में पकी गेहूं की फसल बर्बाद हो गई। एसडीएम सत्येंद्र कुमार सिंह का कहना है कि ओलावृष्टि से हुए नुकसान का पता लगाने को उनके द्वारा राजस्व विभाग के अधिकारियों, निरीक्षकों और लेखपालों को क्षेत्र में भेजा गया है। रिपोर्ट के बाद नुकसान के बारे में बताया जा सकता है।
दीवार के नीचे दबने से बालक गंभीर
अफजलगढ़। तेज हवा के साथ हुई बारिश के दौरान गांव झाड़पुरा में एक व्यक्ति के घर की पक्की दीवार गिर पड़ी। इसके नीचे दबने से नौ वर्षीय बालक गंभीर घायल हो गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे रेफर किया गया है। गांव के जयपाल सिंह ने बताया कि उनका नौ वर्षीय पुत्र कृष्णा घर में बैठा था। इसी दौरान तेज हवा के साथ बारिश आ गई। इसके नीचे दबने से कृष्णा गंभीर घायल हो गया। पीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया।