बिजनौर शहर में नगीना मार्ग पर स्थित रेलवे क्रासिंग पर दिन रात ट्रेन गुजरने से फाटक बंद रहने के कारण राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ती है। रेलवे क्रासिंग से कुछ दूरी पर शुगर मिल है। गन्ने के सीजन में गन्ने से लदी ट्रैक्टर ट्राली, भैंसा बुग्गी व ट्रकों की वजह से जाम लगा रहता है। कई बार मालगाड़ी से माल उतरने पर लोगों को आधा दिन तक फाटक खुलने के इंतजार में खड़ा रहना पड़ता है, ये ही हाल चंदक में स्थित रेलवे क्रासिंग पर रहता है। हरिद्वार से आने-जाने वाले लोगों को अक्सर रेलवे फाटक बंद होने से कई घंटे खड़े रहना पड़ता है।
चंदक के रेलवे फाटक से दिन रात दूरदराज आनेजाने वाली कई एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेन गुजरती हैं। बुंदकी में व धामपुर में नहटौर मार्ग पर जाने वाले रेलवे फाटक भी अक्सर ट्रेनों की आवाजाही के कारण बंद रहता है। बिजनौर, चंदक , धामपुर बुंदकी रेलवे फाटक पर फ्लाईओवर बनाने की कवायद शुरू हो गई हैं। सेतु निगम की टीम ने चारों रेलवे फाटक का सर्वे कर लिया है। स्टीमेट बनाकर शासन को भेज दिया है। शासन से स्टीमेट रेलवे विभाग जाएगा। दोनों जगह से स्टीमेट पास होने के बाद फ्लाई ओवर पर काम शुरू हो जाएगा।
सेतु निगम के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर मनोज अग्रवाल के मुताबिक एक फ्लाईओवर पर 40 करोड़ की लागत आएगी। 700 मीटर लंबा चारों रेलवे क्रासिंग पर ये फ्लाईओवर बनेगा। रेलवे क्रासिंग से सड़क दोनों ओर 350-350 मीटर लंबा फ्लाईओवर बनेगा। चारों फ्लाईओवर बनाने के लिए शासन को स्टीमेट भेज दिया है।