1-यदि कोई व्यक्ति किसी मोबाइल या कमप्यूटर से कोई धार्मिक /राजनैतिक टिप्पणी करता है जिससे किसी धर्म या समुदाय को ठेस पहुँचती है तो वह सायबर अपराध करता है
2-ऐसी टिप्पणी या कोई बात whatsapp /facbook पर लोग जानकारी के अभाव मे कर देते है और उनके विरुद्ध सायबर एक्ट व आई पी सी के अन्तर्गत कार्यवाही होती है I
3-यदि टिप्पणी ग्रुप मे की जाती है तो टिप्पणी करने वाले के साथ साथ ग्रुप एडमिन भी जिम्मेदार माना जाता है ग्रुप एडमिन के विरुद्ध भी कार्यवाही हो सकती है I
4-Face book पर भी धार्मिक /राजनैतिक टिप्पणी जिससे किसी धर्म या समुदाय को ठेस पहुँचे ऐसी पोस्ट करने वाले फेस बुक यूज़र के विरुद्ध भी सायबर कानून तथा आई पी सी के अन्तर्गत कार्यवाही की जाती है I
5-आपको यदि कोई अपने ग्रुप मे जोड़ता है तो आप यह पता कर ले कि वह आपका परिचित है या नही यदि परिचित नही है तो उस ग्रुप मे ना जुड़े I
6-इसी प्रकार यदि आपको कोई face book फ्रेण्ड बनाना चाहता है तो केवल जिसे आप जानते है उसी की फ्रेण्ड रेक्वेस्ट स्वीकार करे अनजान व्यक्ति की पोस्ट को like या पोस्ट करने पर आपके विरुद्ध भी सायबर एक्ट के अन्तर्गत कार्यवाही होगी भले ही आप उस पोस्ट से अनजान हो I
7-आप किसी धर्म गुरु महापुरुष या राजनेता के बारे मे कोई ऐसी टिपणी करते है जिससे उनके अनुयायियों या समर्थको की भवनाओ को ठेस पहुँचती है तो आपके विरुद्ध सायबर एक्ट व आई पी सी के अन्तर्गत कार्यवाही हो सकती है I
अत:बरेली पुलिस सायबर शाखा आपको सचेत करती है आप उपरोक्त जानकारी को पढ़ कर स्वम कानून का पालन करे और अपने सभी मित्रों परिचितों को भी उपरोक्त जानकारी से अवगत कराये अक्सर युवा लड़के अज्ञानतावश ऐसी गलती कर कानून के शिकंजे मे फँस कर अपना कैरियर खराब कर लेते है I
उपरोक्त जानकारी को अपने अपने ग्रुप के माध्यम से अधिक से अधिक लोगो तक पहुंचाये I