मामले में एसपी ने दरोगा और एक सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया। दरअसल गोकशी की सूचना पर पुलिस दबिश देने के लिए पहुंची थी, जोकि झूठी निकली। हालांकि मृतक के परिजनों ने पोस्टमार्टम नहीं कराने पर लिखित तहरीर देकर मामले का निपटारा कर दिया।
गुरुवार की देर रात 11:00 बजे नगर के मोहल्ला लुहारी सराय में दरोगा रोहित शर्मा अपने आधा दर्जन से अधिक सिपाहियों के साथ झूठी गोकशी की सूचना पर अनवर अहमद और उसके भाई अंजार के घर दबिश देने के लिए गए थे। पुलिस ने खटखटाकर दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन दरवाजा नहीं खोला गया। इसके बाद पुलिस लगातार दरवाजा पीटती रही। बताया जा रहा है कि दरवाजा तोड़ने का प्रयास भी किया गया। इसी बीच अनवार अहमद पुलिस की दबिश से भयभीत हो गया और उसकी तबीयत बिगड़ गई। हार्ट अटैक होने से उसकी मौत हो गई। मौत होने से दरोगा व पुलिसकर्मी घबरा गया और उल्टे पैर वापस चले गये।
मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया आनन-फानन में पुलिस अधीक्षक ने दबिश देने गए दरोगा रोहित शर्मा और एक सिपाही अमित कुमार को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया। घटना की सूचना थाना प्रभारी व पुलिस क्षेत्राधिकारी को मिलते ही विभाग में हड़कंप मच गया। थाना प्रभारी तथा पुलिस क्षेत्राधिकारी मोहल्ले के कुछ गणमान्य लोगों व अन्य लोगों के साथ मृतक के घर पहुंचे। सीओ ने बताया कि मृतक के पुत्र की ओर से दी गई तहरीर में अपने पिता की मौत हार्टअटैक होने से बताया। साथ ही पोस्टमार्टम और अन्य किसी कार्रवाई से इनकार कर दिया। दरोगा और सिपाही को लाइन हाजिर किए जाने के बाद रात में ही थाना प्रभारी ने उनकी रवानगी कर दी।
थाना प्रभारी निरीक्षक कृष्ण मुरारी दोहरे ने बताया कि दरोगा रोहित शर्मा उन्हें बिना बताए गोकशी की सूचना पर दबिश देने मोहल्ला लोहारी सराय गए थे, लेकिन वहां किसी ने भी घर का दरवाजा नहीं खोला। इसी दौरान एक व्यक्ति की हार्ट अटैक से मौत हो गई है।
घर के बाहर टूटी मिली कुर्सियां कर रही थीं पुलिस की हरकतें बयां
रात करीब 11 बजे पुलिस जब दबिश देने गई तो घर का दरवाजा तो बंद था। बताया जा रहा है कि घर के बाहर प्लास्टिक की तीन कुर्सियां पड़ी थीं। बताया जा रहा है कि डर के मारे दरवाजा न खोलने पर इन कुर्सियों को किवाड पर मारा गया जिससे वह टूट गईं। घर के बाहर सुबह भी यह कुर्सियां पड़ी मिलीं, लेकिन पुलिस पूरी तरह से चुप्पी साधे है। इस दरोगा का विवादों से पुराना नाता रहा है।
-जेल से छूटे अपराधियों को तस्दीक करने पुलिस अनवार और अंजार के घर भी गई। दरवाजे को नॉक किया गया। इतेफाक से इसी दौरान अनवार की तबीयत बिगड़ गई, जोकि पहले से ही हार्ट रोगी था। जिसे डाक्टर के पास ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के परिजनों ने कोई कार्रवाई अपेक्षित नहीं की है। हालांकि दरोगा और एक सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया है।
-डॉ. धर्मवीर सिंह, एसपी बिजनौर।