छेड़छाड़ को लेकर हुए बवाल ने बिजनौर को तनाव की आग में झोंक दिया। थाना कोतवाली शहर के गांव पेदा में शुक्रवार सुबह छात्राओं से छेड़छाड़ को लेकर हुए सांप्रदायिक बवाल के दौरान जमकर फायरिंग में तीन लोगों की मौत हो गई। पथराव और गोलीबारी से घायल दर्जनभर लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। विरोध में मुस्लिमों ने कई स्थानों पर जाम लगाकर आगजनी व तोडफ़ोड़ की। तनाव के मद्देनजर पूरा गांव छावनी बना है और जिले भर में पुलिस अलर्ट पर है। एडीजी कानून व्यवस्था दलजीत चौधरी ने दारोगा व सिपाही को निलंबित कर दिया है।
बिजनौर शहर से कुछ दूर स्थित कच्छपुरा और नया गांव की छात्राएं गांव पेदा के तिराहे से स्कूल जाने के लिए बसें पकड़ती हैं। ग्रामीणों को कहना है कि पेदा के अल्पसंख्यक यहां छात्राओं से काफी दिन से छेड़छाड़ कर रहे थे। शुक्रवार सुबह फिर छेड़छाड़ को लेकर कहासुनी हुई और नौ बजे इसी मसले ने तूल पकड़ लिया। विवाद बढ़ा तो अचानक पथराव और फायरिंग शुरू हो गई। गोली लगने से अहसान (32) की मौके पर ही मौत हो गई जबकि अनीसुद्दीन (50) और सरफराज (22) ने अस्पताल लाते समय दम तोड़ दिया। दर्जन भर लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। तीन मौतों के बाद गुस्साए लोगों ने बाइक व झोपड़ी को भी आग के हवाले कर दिया। दिल्ली-पौड़ी हाईवे पर अहसान का शव रखकर जाम लगा दिया। पुलिस के सामने भीड़ खून का बदला खून के नारे लगाती रही। वाहनों में तोडफ़ोड़ भी की।
एसपी उमेश श्रीवास्तव भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे, मुरादाबाद से डीआइजी ओंकार सिंह भी आ गए। मुरादाबाद से पीएसी और अतिरिक्त फोर्स भी आ गया। दोपहर बाद विशेष सचिव मणि प्रसाद के साथ एडीजी कानून व्यवस्था ने गांव पहुंच कर भीड़ को शांत कर सख्त कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम खुलवाया। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया लापरवाही सामने आने पर दारोगा और सिपाही को निलंबित कर दिया है। पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें दबिश डाल रही हैं।
पुलिस का कहना है कि अल्पसंख्यक समुदाय की 10वीं की छात्रा को स्कूल जाते समय गांव के ही संसार सिंह के परिवार के लड़के द्वारा छेडख़ानी करने पर दोनों पक्षों में विवाद हुआ। जिनमें तीन की मौत हो गई और 12 घायल हो गए। दोषियों पर रासुका की कार्रवाई की जाएगी। एहतियातन पुलिसबल तैनात कर दिया गया है। कुछ घायलों का बिजनौर व कुछ का मेरठ में इलाज चल रहा है।
बिजनौर के दोषियों पर करें सख्त कार्रवाई
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बिजनौर की घटना के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने घटना की जानकारी मिलते ही गृह सचिव मणि प्रसाद मिश्र और एडीजी कानून-व्यवस्था दलजीत सिंह चौधरी को मौके पर भेजने के साथ ही कहा कि राज्य सरकार कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करेगी। मुख्यमंत्री ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसमें मारे गये लोगों के प्रति गहरा शोक प्रकट किया है। मृतकों के परिवारीजन को 20-20 लाख रुपये तथा घायलों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की है। अधिकारियों को घायलों के मुकम्मल इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी कहा है। मुख्यमंत्री ने मुरादाबाद के मंडलायुक्त को निर्देश दिया है कि घटना के पीडि़तों को सरकारी योजनाओं का लाभ प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराया जाए।