ठाकुरद्वारा मार्ग पर चल रहे तब्लीगी इज्तिमा में दिल्ली मरकज से आए हजरत हाफिज मसूद ने खिताब करते हुए कहा कि मुसलमानों को पांचों वक्त की नमाज पढ़नी चाहिए। आपसी भाईचारे व मुल्क में अमनो अमान बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को घर में हदीस की तिलावत व कुरान पढ़ने पर जोर देना चाहिए। मुफ्ती जहीरुल इस्लाम ने खबल की दुआ कराई और इज्तिमा को खिताब करते हुए कहा कि मुसलमानों से नबी ए करीम सल्लल्लाओ अलेही वसलल्म व अल्लाह के बताए उन सभी कामों की पाबंदी व अमल करने पर जोर दिया। हजरत हाफिज मसूद ने दुआ कराते हुए मुल्क की तरक्की व शांति की दुआ की। इस दौरान दिल्ली मरकज से आए मौलाना ऐजाज, हाफिज जव्वाद, मौलाना शाहिद, सालिम अहमद, शहर ईमाम मौलाना मौहम्मद कामिल अंसारी, मुफ्ती अली हसन, मौलाना इम्तियाज कासमी, मौलाना सलमान, मुफ्ती फरमान, मौलाना अरशद हक्की, मौलाना शमशाद आदि मौजूद रहे।
इज्तिमा में हुए 113 निकाह
रविवार की शाम को इज्तिमा में सादगी के साथ 113 जोड़ों के निकाह भी कराए गए। इज्तिमा में करीब ढाई लाख लोगों की मौजूदगी में निकाह की रस्म अदा कराई गई। सभी ने दीन के रास्ते पर चलकर जीवन जीने का संकल्प लिया।
वालिन्टियर्स ने संभाली व्यवस्था
दो दिवसीय इज्तिमा के दौरान वाहनों के संचालन व पार्किंग की पूरी व्यवस्था वालिन्टियर्स ने संभाली। इसी का नतीजा रहा कि भारी भीड़ के बावजूद व्यवस्था दुरुस्त रही। स्थानीय स्तर पर पुलिस-प्रशासन भी इस ओर जुटा नजर आया।
शिविर लगाकर की खिदमत
इज्तिमा को सफल बनाने के लिए सभी समुदाय के लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। डाक्टर्स एसोसिएशन, मेडिकल एसोसिएशन, नगर पालिका परिषद, आदि ने शिविर लगाकर इज्तिमा में आने वालों की खिदमत की। पूर्व राज्यमंत्री ठाकुर मूलचंद चौहान, पूर्व राज्यमंत्री हाजी नमुल हसन, पालिकाध्यक्ष अख्तर जलील, डा.एचएस कालरा, हाजी इल्यास खां, पूर्व सांसद यशवीर ¨सह, डा.राजबहादुर शर्मा, डा.यज्ञदत्त गौड़, अनवर जमाल आदि मौजूद रहे।